जाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की ओर विद्यार्थियों को चाइना डोर व सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने के प्रति किया गया जागरुक
होशियारपुर, 6 अगस्तः(TTT) पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, होशियारपुर द्वारा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों के तहत पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए इनवायरमेंटल एक्ट (5), 1986 के अंतर्गत जिले में विशेष सेमिनारों का आयोजन किया गया। इस जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को चाइना डोर और सिंगल यूज प्लास्टिक के खतरों से अवगत कराना और इनके उपयोग को रोकने के लिए प्रेरित करना था।
इस संबंध में दोआबा पब्लिक स्कूल, माहिलपुर और दिल्ली इंटरनेशनल स्कूल, चब्बेवाल में सेमिनार आयोजित किए गए। इन सेमिनारों का आयोजन पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, होशियारपुर के अधिकारियों द्वारा किया गया, जिसमें एसडीओ वीरेश ओहरी और जेई श्री सुखप्रीत सिंह ने विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारी दी।
सेमिनार के दौरान एस.डी.ओ वीरेश ओहरी ने विद्यार्थियों को चाइना डोर के खतरों के बारे में बताया, जो न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि मानव जीवन और वन्यजीवों के लिए भी खतरनाक साबित होती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चाइना डोर का उपयोग न केवल अवैध है, बल्कि यह कई दुर्घटनाओं का कारण भी बनता है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने परिवार और समुदाय में इस बारे में जागरूकता फैलाएं और चाइना डोर के उपयोग को पूरी तरह से बंद करने के लिए कदम उठाएं।
जे.ई सुखप्रीत सिंह ने सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रभावों पर चर्चा की और बताया कि प्लास्टिक हमारे पर्यावरण के लिए एक गंभीर खतरा है। सिंगल यूज प्लास्टिक नष्ट नहीं होती और इससे भूमि और जल दोनों प्रदूषित होते हैं। उन्होंने कहा कि हमें प्लास्टिक के विकल्प तलाशने चाहिए और पर्यावरण को बचाने के लिए अपने जीवनशैली में बदलाव लाना चाहिए।
इस मौके पर दोआबा पब्लिक स्कूल, माहिलपुर के प्रिंसिपल अजीत गुप्ता, प्रबंधक इश्मीत सिंह, दिल्ली इंटरनेशनल स्कूल चब्बेवाल के निदेशक अनुज तोला, प्रिंसिपल जी. मारिया जॉन और प्रशासनिक अधिकारी मंगत अग्निहोत्री भी उपस्थित थे। उन्होंने भी विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर दिया और इस अभियान में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
प्रिंसिपल अजीत गुप्ता व प्रिंसिपल जी. मारिया जॉन ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से विद्यार्थियों में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित होती है, जो भविष्य में एक स्वच्छ और हरा-भरा समाज बनाने में सहायक होगी। प्रबंधक दोआबा पब्लिक स्कूल इश्मीत सिंह व दिल्ली इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक अनुज तोला ने कहा कि स्कूल प्रशासन हमेशा ऐसे प्रयासों में बढ़-चढ़ कर भाग लेगा और विद्यार्थियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने में सहयोग करेगा। इस दौरान दोनों स्कूलों में पौधारोपण भी किया गया।
समारोह के अंत में पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, होशियारपुर के अधिकारियों ने स्कूल प्रशासन और विद्यार्थियों का धन्यवाद किया और उन्हें पर्यावरण की रक्षा के लिए निरंतर प्रयासरत रहने का आग्रह किया। सेमिनार के माध्यम से विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण जानकारी मिली और उन्होंने इसे अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।