
अनऐडिड अध्यापक फ्रंट पंजाब की स्टेट बॉडी तथा ज़िला इकाई के प्रधानों की आज विशेष मीटिंग की गई जिसमें सरकार की ओर से लगातार यूनियन के संघर्ष तथा जायज़ मांगों को अनदेखा किये जाने तथा अगली रणनीति के लिये विचार विमर्श किया गया। यूनियन की मीटिंग में विचार किया गया कि यूनियन की ओर से लगातार संघर्ष के दौरान कई विधायकों को मांग पत्र दिये गये हैं, रोष रैलियां तथा धरना प्रदर्शन करने तथा सरकार के साथ कई दौर की मीटिंगे हो चुकी हैं जिसमें शिक्षा मन्त्री श्री हरजोत सिंह बैंस तथा मुख्यमन्त्री सब-कमेटी, आप प्रधान श्री अमन अरोड़ा, श्री कुलदीप सिंह धालीवाल तथा वित्त मन्त्री श्री हरपाल सिंह चीमा के साथ कई दौर की मीटिंगे हो चुकी हैं पर फिर भी यूनियन के ऐडिड स्कूलों में अनऐडिड तौर पर सेवायें निभा रहे अध्यापकों को 7ः30 पालिसी के अनुसार पक्का करने की मुख्य मांग को अभी तक लागू नहीं किया जा रहा बल्कि मीटिंगे दे कर भी नकारा जा रहा है। यूनियन की ओर से 2 मार्च की संगरूर रैली की जानी थी पर सरकार की ओर से वित्त मन्त्री श्री हरपाल सिंह चीमा के साथ 5 मार्च की मीटिंग का समय यूनियन को दिया गया पर फिर भी उनके द्वारा टालमटोल की नीति अपनाते हुये मीटिंग नहीं की गई जिससे सरकार के रवैय्ये का पता चलता है। सरकार के द्वारा टालमटोल की नीति से परेशान अनऐडिड अध्यापक बहुत कम तनख्वाह से गुज़ारा करने के लिये मजबूर हैं जिससे निराश इन अध्यापकों ने अपनी जायज़ मांगे मनवाने के लिये 23 मार्च, दिन रविवार को शहीद भगत सिंह के शहीदी दिवस पर खट्कड़ कलां में मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान जो शहीद-ए-आज़म सरदार भगत सिंह को अपना आदर्श बताते हैं, के समागम समय महारोष रैली करने का ऐलान किया गया जिसमें पंजाब भर से अनऐडिउ अध्यापक फ्रंट पंजाब के अध्यापक भारी संख्या में शामिल होंगे तथा सरकार की टाल मटोल करने वाली नीतियों का पर्दाफाश करने के लिये बड़े स्तर पर ज़ोरदार रोष प्रदर्शन करेंगे। यूनियन के नुमाइंदों ने बताया कि अब तक हुई मीटिंगों में हर बार झूठे वायदे करके समय निकाला जा रहा है। अगर फिर भी यूनियन की मांगे प्रवान नही होती तो मुख्यमन्त्री साहिब के निवास के आगे पक्का मोर्चा लगाया जायेगा तथा यह तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं की जाते। इस अवसर पर अनऐडिड अध्यापक यूनियन के प्रधान निर्भय सिंह जहांगीर, उप-प्रधान सुखचैन सिंह जौहल, कुलजीत सिंह सिद्धू, मैडम जसवीर कौर, हरमौलक कौर, प्रभजोत कौर, बलविन्दर सिंह, रविन्दर भाद्धाज, शमशाद अली, भूपिन्दर सिंह, करनजीत सिंह, तलविन्दर सिंह, बिरमजीत सिंह, जतिन्दर सेठी तथा अलग अलग ज़िलों से मैंबर इक्ट्ठे हुये।
