
एस.डी. कॉलेज प्रबंधन समिति की अध्यक्षा डॉ. हेमा शर्मा, सचिव श्री श्रीगोपाल शर्मा और प्रिंसिपल डॉ. सविता गुप्ता ऐरी के मार्गदर्शन में इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आई.क्यू.ए.सी.) के सहयोग से, शारीरिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर मनी शर्मा के कुशल नेतृत्व में वार्षिक एथलेटिक मीट का आयोजन पूरे उत्साह के साथ किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कॉलेज प्रबंधन समिति की अध्यक्षा डॉ. हेमा शर्मा थीं। कॉलेज प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष श्री चतर भूषण जोशी, सचिव श्री श्रीगोपाल शर्मा, संयुक्त सचिव श्री तिलक राज शर्मा, कैशियर, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता श्री प्रमोद शर्मा और डॉ. नरेश सूद भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस एथलेटिक मीट के दौरान कॉलेज में खेल भावना और एथलेटिक उत्कृष्टता का शानदार प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण समारोह के साथ की गई। इस एथलेटिक मीट में कॉलेज छात्रों ने 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 800 मीटर, 1500 मीटर और रिले रेस, लॉन्ग जंप, शॉट पुट, डिस्कस थ्रो, लेमन स्पून रेस और रस्साकशी सहित विभिन्न ट्रैक और फील्ड स्पर्धाओं में भाग लिया और एक दूसरे के साथ कड़ा मुकाबला करते हुए अपने समर्पण और कठोर प्रशिक्षण का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का एक मुख्य आकर्षण मार्च पास्ट था, जहां विभिन्न विभागों और टीमों ने अनुशासन और एकता का प्रदर्शन किया और दर्शकों से तालियां बटोरीं अपने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्राचार्या, डॉ.सविता गुप्ता ऐरी ने प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना की और एक अच्छे व्यक्तित्व को आकार देने में खेलों के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ, जहां उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पदक और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। बी.कॉम प्रथम वर्ष के छात्र राघव कालिया और बी.सी.ए. तृतीय वर्ष की छात्रा लवलीन ने क्रमशः लड़कों और लड़कियों में से सर्वश्रेष्ठ एथलीट का पुरस्कार जीता। प्रशंसा पुरस्कार बी.बी.ए द्वितीय वर्ष के छात्र सूरज, बी.कॉम प्रथम वर्ष के छात्र राघव कालिया और बी.सी.ए प्रथम वर्ष के छात्र निकशे कटालिया को दिए गए। इस एथलेटिक मीट में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को समर्पित खेल भी आयोजित किए गए जिनमें विद्यार्थियों, शिक्षकों और मैनेजमैंट सदस्यों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता का भव्य सम्मान राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस एथलेटिक मीट के साथ एस.डी. कॉलेज होशियारपुर ने अपने विद्यार्थियों के बीच अनुशासन, टीमवर्क और दृढ़ता की संस्कृति को बढ़ावा देते हुए शिक्षा और खेल दोनों में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है।
