HIV संक्रमण से बचाता है स्टेम सेल ट्रांसप्लांट
(TTT)एक साठ वर्ष के व्यक्ति को एच.आई.वी. से मुक्त पाया गया है। वह दुनिया में ऐसा दूसरा व्यक्ति है, जिसमें एच.आई.वी. से संक्रमित होने पर प्रयोग के तौर पर स्टेम सेल प्रत्यारोपित किए गए और वे एच.आई.वी. संक्रमण से मुक्त हो गए। अब तक दुनिया में सिर्फ सात लोग ही एच.आई.वी. संक्रमण हो जाने के बाद वायरस से मुक्त हुए हैं।ब्रिटेन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजिस्ट रविंद्र गुप्ता उस टीम का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसके इलाज से व्यक्ति एच.आई.वी. संक्रमण मुक्त हुआ है। डॉ. रविंद्र गुप्ता का कहना है कि वह खुद आश्चर्य चकित हैं। स्टेम सेल ट्रांसप्लांट काम करताहै। यह एक बड़ी उपलब्धि है।
जर्मनी के म्यूनिख में आयोजित 25वीं इंटरनैशनल एड्स कॉन्फ्रेंस में ठीक हुए इस नए मरीज के बारे में जानकारी दी गई। इस मरीज को 2009 में एच.आई.वी. से संक्रमित पाया गया था। इस नए मरीज को एक ऐसे महिला डोनर से स्टेम सेल मिले थे, जिनमें म्यूटेटेड जीन सी.सी.आर.-5 की सिर्फ एक कॉपी थी।
हालांकि यह स्तर सामान्य से काफी कम था मगर फिर भी इसने काम किया। इस मरीज को 2015 में स्टेम सेल ट्रांसप्लांट किया गया।उसके बाद 2018 में मरीज ने एच.आई.वी. को रोकने वाली एटीरेट्रोवायरल दवाएं भी बंद कर दीं। अब शोधकर्ताओं ने पाया कि मरीज एच.आई.वी. संक्रमण से मुक्त है।