‘श्री चरणछोह गंगा खुरालगढ़ साहिब‘‘ महासचिव संत धांदरा ने धांधलियों का किया पर्दाफाश
बिना हस्ताक्षरों के काटे जाते थे बिल: संत बलवीर धांदरा
होशियारपुर/ (TTT) दलजीत अजनोहा हिसाब किताब में अनियमितताओं को लेकर ऑल इंडिया आदि धर्म मिशन के राष्ट्रीय कैशियर अमित कुमार पाल द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद चेयरमैन अजीत राम खेतान के बयानों की स्याही अभी सूखी भी नहीं थी कि ऐतिहासिक स्थान श्री चरणछोह गंगा खुरालगढ़ साहिब के महासचिव संत बलवीर धांदरा द्वारा प्रधान की असंवैधानिक कार्रवाईयों, गुरुघर में हो रही अनियमितताओं तथा हिसाब किताब में हुई अनियमितताओं को लेकर किए गए अहम खुलासे ने श्रद्धालुओं के रोष और शक को और पक्का कर दिया है। करीब 2010 से श्री चरणछोह गंगा गुरुघर में महासचिव के पद पर सेवा निभा रहे संत बलवीर धांदरा ने पत्रकारों को महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि पांच महीने तक महासचिव के हस्ताक्षरों के बिना बिल पास होते रहे, जबकि गुरुघर के संविधान के मुताबिक किसी भी बिल को पास कराने के लिए महासचिव और कैशियर के हस्ताक्षर होना बेहद जरूरी है। संत धांदरा ने कहा जब मिटिंग में मैने इसका विरोध किया तो मुझे प्रधान ने बिना कोई नोटिस दिए गुरुघर की कमेटी से बाहर निकाल दिया। संत धांधरा ने कहा कि जो भी प्रबंधक कमेटी का सदस्य गलत काम का विरोध करता था उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता था। संत धांधरा ने कहा कि कोरोना काल से पहले मैनेजर, कैशियर अपनी ड्यूटी बहुत ईमानदारी और अच्छी नीयत से करते थे, लेकिन अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए प्रधान ने उन्हें भी घर भेज दिया। इन अनियमितताओं ने श्रद्धालुओं के बीच हिसाब किताब को लेकर घोटाले के संदेह को गहरा कर दिया है, हिसाब को सही करने के लिए कभी कोई ऑडिट नहीं हुआ है। संत बलवीर धंधरा ने बताया कि कैशियर अमित पाल के पत्र से साबित होता है कि जो पालकी साहिब श्री चरण छोह गंगा खुरालगढ़ साहिब में खड़ी है उसकी चैसी खरीदने, बॉडी बनाने, आर.सी और बीमे का सारा खर्च कैशियर अमित के बैंक खाते से किया गया है। इससे पहले दूरदर्शन पर पूज्यनीय संत सरवन दास जी महाराज द्वारा प्रस्तुत किए जाते साप्ताहिक श्री चरणछोह गंगा के कार्यक्रम एवं आदि धर्म पत्रिका समाचार पत्र के संचालन का सारा खर्च भी संत सतविंदर हीरा राष्ट्रीय प्रधान ऑल इंडिया आदि धर्म मिशन द्वारा कैशियर अमित के माध्यम से ही किया जाता था। अगर अमित कुमार के हिसाब में कोई अनियमितता है तो आज तक उनके साथ बैठकर हिसाब क्यों नहीं मिलाया गया ? संत धांधरा ने कहा कि जो गुरुघर के रजिस्टर मेरे पास थे, उन्हें प्रधान ने एक मामले में कोर्ट में दिखाने के बहाने मुझसे ले लिए थे, जिन्हें बार-बार अनुरोध करने के बाद भी आज तक वापस नहीं किया गया है, इसे मै ऑल इंडिया आदि धर्म मिशन (रजि.) भारत के राष्ट्रीय प्रधान संत सतविंदर हीरा, उप-प्रधान ज्ञान चंद दिवाली, चेयरमैन अजीत राम खेतान और अन्य प्रमुख सदस्यों के ध्यान में ला चुका हूं।संत धांधरा ने गुरुघर की लाडली संगतों से अपील की कि वे गुरुघर के प्रबंधों की बेहतरी, अनियमितताओं को दूर करेने और निकाले गए कर्मचारियों, रागी पाठी, संत महापुरुषों को सम्मान साहित्य वापिस लाने के लिए आगे आयें। उन्होंने आदि धर्म मिशन की केन्द्रीय कमेटी से भी अपील भी अपील की कि श्रद्धालुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अपना पक्षपातपूर्ण रवैया छोड़कर कड़ा रुख अपनाएं और गलत तत्वों को कमेटी के पदों से हटाकर पारदर्शी तरीके से प्रबंधों को चलाने के लिए ऑडिट कमेटी, मैनेजर, कैशियर, खरीद कमेटी, धार्मिक दीवानों के प्रबंधन के लिए अलग प्रबंध कमेटी, प्रचार कमेटी बना कर रागी, पाठी, कथा वाचक आम सहमति से रखे जायें। महासचिव संत बलबीर धांघरा ने कहा कि जल्द ही डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर को मिल कर यह मामला उनके समक्ष उठाया जाएगा और पंजाब के मुख्यमंत्री साहिब को हस्तक्षेप करने के लिए एक आवेदन भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर गुरुघर में हो रही अनियमितताओं को रोकने और गुरुघर को एक परिवार से मुक्त कराने के लिए संगतों द्वारा आम इजलास बुलाया जाता है तो हम तन मन धन के साथ उसका समर्थन करेंगे।