जिले के बाढ़ प्रभावित लोगों को अभी तक दिया जा चुका है 64 लाख 68 हजार 500 रुपए का मुआवजा: कोमल मित्तल
– डिप्टी कमिश्नर ने राजस्व व कृषि विभाग को खेतों में बाढ़ का पानी के उतरने के साथ ही विशेष गिरदावरी की दी हिदायत
– कहा, फसलों के हुए नुकसान के मुआवजे के लिए युद्ध स्तर पर चल रहा है कार्य
– बाढ़ से प्रभावित हर व्यक्ति को नियमों के मुताबिक दिया जा रहा है मुआवजा
होशियारपुर, 30 अगस्त (बजरंगी पांडेय):
डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने बताया कि पिछले दिनों जिले के उपमंडल मुकेरियां, दसूहा व टांडा में आई बाढ़ के कारण पीडि़तों के मुआवजा देने के लिए जिला प्रशासन की ओर से युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बाढ़ व भारी बारिश के कारण लोगों के मकानों, पशु धन आदि के हुए नुकसान संबंधी प्राप्त प्रार्थना पत्रों के आधार पर अभी तक इन तीनों उप मंडलों में 64 लाख 68 हजार 500 रुपए की मुआवजा राशी का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि बाकी बचते बाढ़ प्रभावित गांवों का बनाई गई कमेटियों की ओर से लगातार दौरा किया जा रहा है व इन गांवों से प्राप्त प्रार्थना पत्रों का भी सरकार की हिदायतों मुताबिक जल्द ही हल कर दिया जाएगा
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि उप मंडल मुकेरियां में बाढ़ के कारण हुए मकानों, पशु धन आदि के नुकसान संबंधी प्राप्त प्रार्थना पत्रों के आधार पर 42 लाख 61 हजार 500 रुपए की मुआवजा राशी बाढ़ प्रभावित लोगों को बांटी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि उप मंडल दसूहा में लोगों से प्राप्त प्रार्थना पत्रों के आधार पर 14 लाख 18 हजार रुपए की राशी व उप मंडल टांडा में 7 लाख 89 हजार रुपए की राशी का वितरण किया जा चुका है व अन्य प्राप्त मुआवजा राशी को भी जल्द वितरित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन बिना किसी देरी के मुआवजा राशी का वितरण कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में विशेष मैगा कैंप लगाकर लोगों की समस्याएं सुन कर उनके नुकसान संबंधी प्रार्थना पत्र प्राप्त किए जा रहे हैं।
कोमल मित्तल ने बताया कि बाढ़ के कारण प्रभावित हुई फसल की विशेष गिरदावरी करने के लिए राजस्व व कृषि विभाग को हिदायत कर दी गई है ताकि खेतों में पानी के उतर जाने के तुरंत बाद फसलों के नुकसान का सही निर्धारण किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिन गांवों के खेतों से बाढ़ का पानी उतर गया है वहां पर प्रशासन की टीमों ने खराबे संबंधी गिरदावरी शुरु कर दी है ताकि पीडि़तों को फसल के नुकसान संबंधी जल्द से जल्द नियमों के मुताबिक मुआवजा दिया जा सके। उन्होंने बताया कि संबंधित उप मंडलों के एस.डी.एम्ज की ओर से सारे कार्य की निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग गांवों में आई बाढ़ से प्रभावित गांवों के लोगों की मुश्किलों के समाधान के लिए जिला प्रशासन की ओर से अलग-अलग विभागों को साथ लेकर सीधे तौर पर मौके पर पहुंच की जा रही है और संबंधित समस्याओं का निपटारा भी मौके पर किया जा रहा है।
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