
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सबसे पहले 1960 की सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को रद्द कर दिया|

आम लोगों के बीच ये सवाल उठता है कि आखिर भारत पाकिस्तान जाने वाली इतनी नदियों का पानी कैसे रोकेगा? इतना पानी कहां जाएगा? इस निलंबन से भारत को क्या फायदा होगा? मगर बता दें कि भारत ने इस परियोजना को लेकर पहले से ही कमर कस रखी है| इसके बारे में शायद ही किसी को पता हो| भारत ने 5 ऐसे प्रोजेक्ट तैयार कर रखे हैं, जिसको एक बार चालू कर दे तो पाकिस्तान का हुक्का-पानी बंद हो जाएगा. जी हां, भारत के पास 5 ऐसे प्रोजेक्ट हैं, जिससे इन नदियों के पानी को मोड़ा जा सकता है|
मंगलवार 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों के हमले के बाद भारत ने सबसे पहले सिंधु जल संधि समझौते को रद्द कर दिया. इसके अलावा भी भारत ने पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने के लिए कई सख्त कदम उठाए. विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने कहा कि यह निलंबन तब तक लागू रहेगा, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं करता. लेकिन यह केवल शुरुआत है.भारत ने पिछले कई वर्षों में जल प्रबंधन और बुनियादी ढांचे के जरिए पाकिस्तान पर शिकंजा कसने की रणनीति पहले ही तैयार कर ली है|

