होशियारपुर, 31 जनवरी(बजरंगी पांडेय): उप मंडल होशियारपुर में नशा उन्मूलन के लिए विशेष प्रयास करते हुए शुक्रवार को एसडीएम होशियारपुर संजीव शर्मा ने विभिन्न यूथ क्लबों और विभागीय अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान उनके साथ एस.पी(मुख्यालय) मनोज ठाकुर भी मौजूद थे। इस बैठक में नशे के खिलाफ अभियान को सशक्त बनाने के लिए ग्राम पंचायतों व शैक्षणिक संस्थानों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया।
एसडीएम ने कहा कि नशा उन्मूलन में ग्राम पंचायतों के अलावा शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकती है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतें जहां गांवों में युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक कार्यों जैसे कि गांवों के विकास, खेल व अन्य ग्राम विकास की गतिविधियों में प्रयोग में ला सकते हैं वहीं शैक्षणिक संस्थान ऐसा स्थान है जहां युवा अपने समय का सबसे ज्यादा प्रयोग करते हैं। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अपील करते हुए कहा कि वे शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा से भी अवगत करवाएं और उन्हें नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरुक करें।
एसडीएम ने नशा मुक्ति केंद्र के काउंसलरों को निर्देश दिए कि वे स्कूलों और कॉलेजों में सेमिनार आयोजित करें। उन्होंने कहा कि इन सेमिनारों के माध्यम से युवा पीढ़ी को नशे के खतरों और उसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए शिक्षा संस्थानों में निरंतर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं।
संजीव शर्मा ने कहा कि आने वाले समय में स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर पुलिस के के सहयोग से कैमिस्ट दुकानों की भी चैकिंग बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों का सहयोग नशा उन्मूलन अभियान में जरूरी है। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में इस अभियान को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य करें।
बैठक के दौरान विभिन्न यूथ क्लबों, अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों व अधिकारियों ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान संबंधी अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि समुदाय स्तर पर किए गए प्रयासों से सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए हैं और इस दिशा में सभी की सामूहिक जिम्मेदारी से ही बेहतर सफलता मिल सकती है।
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