विकसित भारत का विरोध तथा भ्रष्टाचारियों का संरक्षण बना इंडि गठबंधन का एजेंडा : तीक्ष्ण सूद
कहा: मोदी भ्रष्टाचारियों को कर रहे हैं कानून के हवाले :
होशियारपुर 4 मार्च (बजरंगी पांडेय ): पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया हैं कि 2024 का लोक सभा का चुनाव आजाद भारत में अपनी तरह का पहला चुनाव होने जा रहा हैं। पहले सभी पार्टियां विकास तथा लोक कल्यान के मुद्दों पर चुनाव लड़ते थे परन्तु इस बार का चुनाव अजीवों गरीब स्थिति में हो रहा हैं। मोदी सरकार के पिछले 10 सालों में भारत ने जिस प्रकार तेजी से विकास करके सड़क परिवहन, रेलवे तथा हवाई परिवहन में अभूतपूर्व माणदंड स्थापित किये हैं तथा इस के अतरिक्त जात-पात तथा धर्म आदि से ऊपर उठकर गरीब कल्याण, मुफ्त राशन, रसोई गैस, बिजली कनेक्शन, घर-घर नल, गरीबों के लिए शौचालय तथा मकान, किसानों को सलाना 6000 रूपये समान निधि तथा खादों की बड़ी हुई कीमत पर लाखों करोड़ सपसीडी दे कर २५ करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने का काम करके 2047 तक भारत को विक्सित देशों की श्रेणी में खड़ा करने का काम किया हैं तथा भारतीय अर्थव्य्वस्था को मजबूत करके 10 वें नंबर से चौथे नंबर पर पहुंचाय हैं। परन्तु इसके बिलकुल विपरीत आज विपक्षी दल आपस में इंडि गठबंधन करके इस ठगबंधन का मुद्दा लोकतंत्र बचाओं नारे की आड़ में भ्रष्टाचारियों तथा घपलेबाजों को बचाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा हैं कि इतिहास गवाह हैं कि कांग्रेस ने कभी लोकतंत्र तथा सविधान का आदर नहीं किया। कांग्रेस के सत्ता के कार्यकाल में एमरजैंसी लगा कर लोगों के मूल अधिकार छीने गए, अपने सवर्थ के लिए सविधान में गैर जरूरी संशोधन किये गए तथा बेबजह जनता द्वारा चुनी गई राज्य सरकारों को कई बार तोडा गया उन्होंने कहा कि एक तरफ देश को विकसित करने के लिए बात हो रही हैं ,दुसरी तरफ भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए विपक्षी पार्टियां एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं। उन्होंने ने कहा कि प्रधान मंत्री ने चुनावों से पहले ही घोषणा की थी कि जनता की खून-पसीने की कमाई को खाने वाले किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जायेगा तथा नरेंद्र मोदी द्वारा अपना यह वायदा पूरा कर रहे हैं। इन दोनों प्रकार के एजेंडा को भारत की जनता भली भांति समझा रही हैं।