
मान सरकार का किसान विरोधी चेहरा बेनकाब हुआ- मीनू सेठी।
आम आदमी पार्टी इस वायदे के साथ पंजाब की सत्ता पर काबिज हुई थी की वो अपने किए सब वायदे पूरे करेगे पर हालत से सब वाक़िफ़ हैं।अब वो सभी जानते हैं की पंजाब के किसानों ने प्रदेश सरकार के ख़िलाफ़ धरना लगाया हुआ है और प्रदेश सरकार की असंवेदनशील सोच उसके व्यवहार से स्पष्ट होती है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की किसान नेताओं के साथ चल रही बैठक में मुख्यमंत्री ने जिस तरह से किसान नेताओं के साथ दुर्व्यवहार किया वह अस्वीकार्य है।

ये विचार व्यक्त करते हुए पंजाब भाजपा सचिव मीनू सेठी ने कहा कि वार्ता में सहमति बने या ना बने परंतु शालीनता की सीमा लांघने का अधिकार प्रदेश के सीएम के पास भी नहीं है। उपस्थित किसान प्रतिनिधियों में से कई मान से बड़ी आयु के भी हैं। ऐसे में मान का किसान नेताओं को धरना जारी रखने को कहना उकसावे और घृणा भरी सोच को दर्शाता हैं। मान द्वारा ऐसा व्यवहार किसान नेताओं के साथ आम जानता के लिए भी शर्मिंदगी का सूचक है।ऐसा लगता है की आप दिल्ली में अपनी करारी हार पचा नहीं पा रही है और अपनी खीझ अन्नदाता पर उतार रही है।मीनू सेठी ने कहा की किसानों का यह अपमान अस्वीकार्य है और पंजाब के मुख्य मंत्री को सभी किसान नेताओं से माफ़ी माँगनी चाहिए।