

होशियारपुर ( 14 अप्रैल) बाबा साहिब डॉ भीम राव अम्बेडकर की 134 वीं जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद ने कहा है कि भारत रत्न भीम राव अम्बेडकर भारत माता के महाने सपूत थे। अंग्रेजो से भारत को आजादी मिलने पर सबसे बड़ा प्र्शन था कि अपने देश को चलाने की व्यवस्था किस प्रकार की जाए ताकि फिर से हम गुलाम ना हो सके तथा इस के साथ ही जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि भारत की इस व्यवस्था को चलाते हुए सभी के लिए समानता समरसता था न्याय उपलब्ध करवाए। अत्यधिक उच्च शिक्षा व पिछड़े वर्ग से सम्बन्धित डॉ. भीम राव अम्बेडकर को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई , जब उन्हें सविधान के निर्माण के लिए गठित की गई सविधान समिति का अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए देश के करोड़ों लोगों की इच्छाओं तथा भारत के भविष्य को सामने रखते हुए हमे एक ऐसा सविधान दिया , जिसके बलबूते पर भारत आज दुनिया के नक्शे पर सब से बड़ा लोकतंत्र बन कर उभरा हैं। डॉ. साहब के इस सविधान ने सभी नागरिकों को बराबरी का अधिकार सुनिश्चित करवाया तथा इसके साथ कमजोर वर्गों को समय बंध विशेष राहतों का भी प्रावधान किया। हर नागरिक को अपनी मर्जी से बोलने, विचार प्रकट करने, घूमने फिरने तथा व्यवसाय करने तथा धार्मिक स्वतंत्रता, जीवन व आजादी का भी अधिकार दिया गया हैं। सविधान में विधायका, कार्यपालिका तथा न्यायपालिका की अलग-अलग शक्तियां होने से देश में कुछ भी सविधान के दायरे से बाहर नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि उनके दिए इस सविधान के कारण भारत में लोकतंत्र परिपक्व हो कर फलफूल रहा हैं।

