मां जन्म ही नहीं देती जरूरत पड़ने पर जिगर के टुकड़ों को बचाने के लिए जान पर भी जाती है खेल
(TTT)मां जन्म ही नहीं देती जरूरत पड़ने पर जिगर के टुकड़ों को बचाने के लिए जान पर भी खेल जाती है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा में दो माताओं ने किडनी देकर जिगर के टुकड़ों की जान बचाई। किडनी ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. अमित शर्मा, नेफ्रोलाजी विभाग के अध्यक्ष ड. अभिनव राणा ने अपनी टीम के साथ ऑपरेशन किए।
पीजीआइ चंडीगढ़ के किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के अध्यक्ष डॉ. आशीष शर्मा टांडा मेडिकल कालेज के विशेषज्ञों की मदद के लिए विशेष रूप से यहां आए थे। हिमाचल में किडनी ट्रांसप्लांट करने वाला टांडा मेडिकल कालेज इस समय प्रदेश का इकलौता संस्थान हैं। आइजीएमसी में अभी किडनी ट्रांसप्लांट के ऑपरेशन बंद हैं और एम्स बिलासपुर में अभी यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई है।