आधुनिक तकनीक और उपचार गर्भवती महिलाओं में प्री-एक्लेमप्सिया को रोक सकता है: प्रसूति विशेषज्ञ
होशियारपुर:(TTT) गर्भवती महिलाओं में प्रीक्लेम्पसिया को आधुनिक तकनीक और उन्नत उपचार से रोक जा सकता है। फीटल मेडिसिन विशेषज्ञ न केवल किसी भी विकार का निदान करने के लिए रेडियोलॉजिस्ट की तरह अल्ट्रासाउंड कर सकते हैं, बल्कि इन स्थितियों को रोक और इलाज भी कर सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप अधिक व्यापक और समन्वित देखभाल प्राप्त होती है ।
तीन दशकों के अनुभव के साथ प्रतिष्ठित प्रसव विशेषज्ञ डॉ. पूनम गर्ग के नेतृत्व में मदरहुड फीटल मेडिसिन सेंटर के विशेषज्ञों की टीम ने परिष्कृत तकनीक और उन्नत उपचार के माध्यम से उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं में प्रीक्लेम्पसिया को सफलतापूर्वक रोका है, जिसके परिणामस्वरूप माँ और नवजात शिशु में जटिलताओं की रोकथाम हुई है।
प्रीक्लेम्पसिया एक गंभीर बीमारी है जो लगभग 10 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को प्रभावित करती है। यह मातृ रोगों जैसे दौरे, बहुअंग विफलता, लगातार उच्च रक्तचाप, इस्केमिक हृदय रोग और मस्तिष्क स्ट्रोक का कारण बनता है।
डॉ. पूनम गर्ग ने बताया कि प्रीक्लेम्पसिया वाली मां से पैदा होने वाले शिशुओं में समय से पहले जन्म, जन्म के समय कम वजन, श्वास रोग का खतरा बढ़ जाता है और बाद में उनमें हृदय रोग और मधुमेह विकसित हो सकता है।
भ्रूण चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. हरप्रीत कौर ने बताया कि केंद्र ने विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ एक बहु-विषयक पेरिनेटल बोर्ड भी स्थापित किया है जो गर्भवती महिलाओं या नवजात शिशु से संबंधित जटिलताओं वाले किसी भी परिवार को व्यापक परामर्श प्रदान करता है।