इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट डिलीवरी के बाद बन सकता है हार्ट प्रॉब्ल्स की वजह: रिसर्च
(TTT)रटगर्स हेल्थ विशेषज्ञों एक स्टडी के अनुसार फर्टिलिटी का इलाज कराने वाले मरीजों की डिलीवरी के बाद दिल से जुड़ी बीमारियों को लेकर हॉस्पिटलाइज्ड होने की संभावना दोगुनी थी। सामान्य रूप से गर्भ धारण करने वाले लोगों की तुलना में बांझपन से जूझ रहे लोगों में हाई ब्लड प्रेश की संभावना 2.16 गुना अधिक थी। रटगर्स रॉबर्ट वुड जॉनसन मेडिकल स्कूल में प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ और मुख्य लेखिका री यामादा ने कहा,
‘डिलीवरी के बाद भी जांचें सभी रोगियों के लिए जरूी है, लेकिन यह रिसर्च बताता है कि ये उन रोगियों के लिए और भी ज्यादा जरूरी है जो गर्भधारण के लिए इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट का सहारा लेते हैं।’ शोधकर्ताओं ने 2010 से 2018 तक 31 मिलियन से ज्यादा पेशेंट्स के डेटा का अध्ययन किया।