पेरिस ओलिंपिक में भारत को तीसरा मेडल:शूटर स्वप्निल कुसाले ने ब्रॉन्ज जीता, 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन में कामयाबी
(TTT) पेरिस ओलिंपिक में बुधवार को भारत को तीसरा मेडल मिला। 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन की मेंस कैटेगरी में शूटर स्वप्निल कुसाले ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। स्वप्निल ने कुल 451.4 अंक हासिल किए। खास बात यह है कि इस बार के ओलिंपिक में अब तक तीनों मेडल शूटिंग इवेंट्स में ही मिले हैं।स्वप्निल कुसाले 2015 में कुवैत में हुई एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में 50 मीटर राइफल प्रोन 3 इवेंट में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। उन्होंने 59वें नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में गगन नारंग और चेन सिंह जैसे शूटर्स को हरा चुके हैं।मेडल जीतने के बाद स्वप्निल ने कहा, ‘मुझे काफी खुशी हो रही है कि मैं देश के लिए मेडल जीता। फाइनल के दौरान काफी नर्वस था, धड़कने तेज हो गई थीं।’
स्वप्निल कुसाले 2015 में कुवैत में हुई एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में 50 मीटर राइफल प्रोन 3 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था। इसके अलावा वे तुगलकाबाद में 59वें नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में गगन नारंग और चेन सिंह जैसे बड़े शूटरों को हराकर जीत हासिल कर चुके हैं। 12 साल बाद ओलिंपिक डेब्यू किया, रोल मॉडल एमएस धोनी
स्वप्निल महाराष्ट्र के पुणे में जन्मे। 28 साल के स्वप्निल 2012 से इंटरनेशनल शूटिंग इवेंट्स में हिस्सा ले रहे हैं। ओलिंपिक में पहली 2024 में डेब्यू किया है। पहले ही ओलिंपिक में स्वप्निल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है।
स्वप्निल के रोल मॉडल एमएस धोनी हैं। धोनी की तरह स्वप्निल भी सेंट्रल रेलवे में टिकट कलेक्टर का काम करते हैं। स्वप्निल भी धोनी की तरह ही शूटिंग एरिना में शांत रहते हैं। स्वप्निल की मां कंबलवाडी गांव की सरपंच हैं। पिता और भाई टीचर हैं।
स्वप्निल महाराष्ट्र के पुणे में जन्मे। 28 साल के स्वप्निल 2012 से इंटरनेशनल शूटिंग इवेंट्स में हिस्सा ले रहे हैं। ओलिंपिक में पहली 2024 में डेब्यू किया है। पहले ही ओलिंपिक में स्वप्निल ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है।
स्वप्निल के रोल मॉडल एमएस धोनी हैं। धोनी की तरह स्वप्निल भी सेंट्रल रेलवे में टिकट कलेक्टर का काम करते हैं। स्वप्निल भी धोनी की तरह ही शूटिंग एरिना में शांत रहते हैं। स्वप्निल की मां कंबलवाडी गांव की सरपंच हैं। पिता और भाई टीचर हैं।