पंजाब के नौजवान जो नेजों, तलवारों और तीरों से खेलते थे, आज वे सिरिंजों का शिकार हो रहे हैं: दल खालसा
होशियारपुर 28 जनवरी, आयूर जीवन आयुर्वेदिक रिसर्च सेंटर द्वारा पिछले काफी समय से गांवों, शहरों और कस्बों में नशे की लत में फंसे युवाओं को नशे से मुक्ति दिलाने के लिए नशा मुक्ति कैंप लगाकर जागरूक किया जा रहा है। युवाओं को नशे से छुटकारा दिलाने के लिए दरबार पंज पीर, मुहल्ला नीलकंठ में नशा मुक्ति कैंप लगाया गया। इस संबंध में आयूर जीवन आयुर्वेदिक रिसर्च सेंटर के एम.डी. और दल खालसा के जिला अध्यक्ष बलजिंदर सिंह खालसा ने जानकारी देते हुए बताया कि आज के इस कैंप में नशे से छुटकारा पाने के लिए भारी संख्या में युवाओं ने अपना चेकअप करवाकर नशा छोड़ने का मन बनाकर कैंप से दवा ली। उन्होंने कहा कि पंजाब में अनेक युवा नशे की ओवरडोज लेने से अपनी जान गंवा चुके हैं। आज का युवा नशे के दल-दल में बुरी तरह फंस चुका है।
जहां नशे के कारण युवाओं की जिंदगी बर्बाद हो रही है वहीं उनके पारिवारिक सदस्य भी दिन-रात मानसिक परेशानी का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब को कभी गुरुओं, पीरों, पैगंबरों और योद्धाओं की धरती के नाम से जाना जाता था पर पता नहीं हमारे सोने की चिडि़या जैसे पंजाब को किसकी बुरी नजर लग गई कि आज लोग इसी पंजाब को नशेडि़यों के नाम से जान रहे हैं। पंजाबी नौजवान जो नेजों, तलवारों और तीरों से खेलते थे, आज वे सिरिंजों का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां यह बात भी उल्लेखनीय है कि गांव में कोई बुजुर्ग व्यक्ति, सरपंच या पंच नशा करने वाले युवाओं को नशे से बचने के लिए कहता है तो वे नशेड़ी जिनके नशा करने के कारण दिमाग खराब कर चुके हैं, वे किसी की बात सुनने को तैयार नहीं होते। बल्कि कई बार नशेडि़यों को समझाने वाले को ही उल्टा कीमत चुकानी पड़ती है। इस मौके पर औरों के अलावा शनि, सचिन हांडा, सौरव, भीम शंकर, सोढ़ी, शिव, लक्की, हरजीत सिंह जीता फतेहगढ़ आदि उपस्थित थे।