ट्रेन के नीचे फंसा गैस सिलेंडर 53 स्लीपरों तक घिसटता गया, 5.80 मीटर दूर जाकर गिरा – बड़ी दुर्घटना टली
(TTT) यह घटना रेलवे सुरक्षा से जुड़ी एक बड़ी लापरवाही को उजागर करती है। रिपोर्ट के अनुसार, एक गैस सिलेंडर ट्रेन के नीचे फंस गया था और वह करीब 53 स्लीपरों तक ट्रेन के साथ घिसटता चला गया। इस दौरान ट्रेन लगातार चलती रही, और सिलेंडर 5.80 मीटर तक घिसटने के बाद जाकर पटरियों से दूर गिरा।
घटना के समय ट्रेन में सवार यात्रियों या चालक दल को तुरंत यह जानकारी नहीं हो सकी कि ट्रेन के नीचे सिलेंडर फंसा हुआ है। ट्रेन के स्टेशन पर रुकने के बाद ही इस घटना का पता चला। सौभाग्य से, इस घटना के दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, अन्यथा ट्रेन के पटरी से उतरने या आग लगने जैसी बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
रेलवे अधिकारियों ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। प्रारंभिक जांच में यह देखा जा रहा है कि सिलेंडर किस तरह ट्रेन के नीचे फंसा और इतनी दूर तक घिसटता गया। रेलवे सुरक्षा मानकों में किसी भी तरह की चूक को रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सकती है।
इस घटना ने एक बार फिर से रेलवे में सुरक्षा और सावधानी पर ध्यान देने की जरूरत को उजागर किया है। रेल पटरियों पर किसी भी तरह की अवरोधक सामग्री का होना बड़े हादसे का कारण बन सकता है, इसलिए इस ओर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।