प्रश्नकाल के बाद पहली बार होगा शून्यकाल; ई-विधान ऐप का किया जाएगा इस्तेमाल
(TTT) धर्मशाला के तपोवन स्थित विधानसभा में 18 से 21 दिसंबर तक चलने वाला शीतकालीन सत्र कई मायनों में महत्वपूर्ण रहेगा। पहला कारण यह कि सत्र में पहली बार राष्ट्रीय ई-विधान एप्लीकेशन (नेवा) का प्रयोग किया जा रहा है।दूसरा विधानसभा में पहली बार शून्यकाल (जीरो आवर) की व्यवस्था शुरू होगी। यह व्यवस्था प्रश्नकाल के तुरंत बाद होगी, जिसकी अवधि 30 मिनट की होगी। विषय उठाने के लिए सदस्य को बहुत कम समय मिलेगा। यानी सदस्य को अपना विषय दो से तीन मिनट में रखना होगा। एक नोटिस में एक से अधिक विभागों के मुद्दों को उठाने की अनुमति नहीं मिलेगी।