पहले प्यार के जाल में फंसाओ फिर लड़की को बेच डालो। किसी को अपने प्यार के जाल में फंसाना आजकल कितना आसान हो गया है. बस एक मैसेज किया और लो जी हो गया प्यार। लेकिन ये प्यार आपकी ज़िंदगी के लिए कितना घातक साबित हो सकता है ये आपको भी नहीं पता चलेगा। ऐसा ही कुछ चल रहा है भारत के 6 राज्यों में जिसकी कहानी सुन आपके भी होश उड़ जाएंगे।
human trafficking या मानव तस्करी गिरोह बांग्लादेश की मासूम लड़कियों की खरीद-फरोख्त कर उन्हें कही ऐसी जगह बेच देते है जहा कोई सोच भी नहीं सकता। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को गिरोह के 2 सदस्यों से पूछताछ के दौरान पता लगा है कि वे बांग्लादेश से घुसपैठ के जरिए लाई गई 50 से अधिक लड़कियों को भारत के कई राज्यों में बेचते है और लाखों में कमाते है। जांच एजेंसी ने जाँच के दौरान जो पता लगाया उसे जानकार आप भी हैरान रह जायेंगे। आपको बता दें कि 3 साल में 6 राज्यों में लड़कियों को बेचा जा चूका है ।
मानव तस्करी गिरोह की जांच के दौरान एनआईए ने म्यांमार के रहने वाले रबी इस्लाम, मोहम्मद उस्मान और शफी आलम को गिरफ्तार किया था। ये तीनों भारत में एक दर्जन से अधिक राज्यों में मानव तस्करी गिरोह के नेटवर्क से लंबे समय से जुड़े थे। तीनों ने बताया कि 3 साल में दर्जनों लड़कियों को अपने प्रेमजाल में फंसाकर बांग्लादेश से घुसपैठ कराकर भारत लाए थे। बाद मैं उन्हें हरियाणा, राजस्थान, यूपी, तेलंगाना, बिहार और जम्मू-कश्मीर में 2 से 5 लाख रुपए में बेच दिया जाता था।
अब आप ये सोच रहे होंगे कि भारत में इतने सख्त कानून होने के बाद भी ये लड़कियों को लेजाने में आखिर कामयाब कैसे होजाते है। तो चलिए आपको सारा रूट प्लान समझा देते है। तो कुल तीन रूट है जहाँ से लड़कियों की तस्करी की जाती है। बांग्लादेश से म्यांमार, वहां से भूटान और नेपाल होते हुए भारत। सूत्र बताते हैं कि मानव तस्करी गिरोह के लोग बांग्लादेश से लड़कियों को भारत लाने के लिए इन रूटों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
रूट 1: बांग्लादेश से मानव तस्कर गिरोह लड़कियों को बहला-फुसलाकर पहले म्यांमार ले जाते हैं। वहां से भूटान ले जाया जाता है। फिर उन्हें नेपाल ले जाया जाता है। नेपाल से उत्तर प्रदेश या बिहार के रास्ते उन्हें भारत लाया जाता है।
रूट 2: बांग्लादेश से म्यांमार ले जाता है। फिर म्यांमार से पानी के रास्ते पश्चिम बंगाल में लाया जाता है। यहां से उन्हें देश के विभिन्न राज्यों में पहुंचाया जाता है। आसान होने के कारण तस्कर इसी रूट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
रूट 3: बांग्लादेश से सीधे पश्चिम बंगाल या बिहार में घुसपैठ कराकर लड़कियों को भारत लाया जाता है। यह रास्ता अत्यधिक जोखिम भरा होने के कारण तस्कर इस रूट का इस्तेमाल कम ही करते हैं।
अभी बात यही तक सीमित नहीं होती। बांग्लादेश में लड़कियों को फंसाने वाले को 50 हजार का इनाम
सूत्र बताते हैं कि तीनों तस्करों के पास से जांच दल को डायरी भी मिली थी। इसमें बेची गई लड़कियों को खरीदने वालों के नाम व मोबाइल नंबर हैं। एनआईए इन सभी लड़कियों का पता लगा रही है। बांग्लादेश में लड़कियों को जाल में फांसकर मानव तस्करों के हवाले कराने वाले को प्रति लड़की 50 हजार रुपए तक दिए जाते हैं। उसके बाद गिरोह उन्हें सीमा पार कराकर विभिन्न रूटों से भारत पहुंचाता है।