नाथपा झाकड़ी में लक्ष्य से अधिक हो रहा बिजली का उत्पादन.. बड़ा सतलुज नदी का स्तर
(TTT)सर्दियों में पहाड़ों पर बर्फबारी होने से जल विद्युत परियोजना निर्माताओं के अच्छे दिन आ गए हैं। जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे पहाड़ों पर ग्लेशियर तेजी से पिघलने लगे हैं। इससे नदी-नालों का जलस्तर उम्मीद से अधिक हो गया है, ऐसे में जल विद्युत परियोजनाओं से विद्युत उत्पादन भी लक्ष्य से अधिक हो रहा है। देश की सबसे बड़ी भूमिगत जल विद्युत परियोजना 1500 मैगावाट की नाथपा झाकड़ी से वर्तमान में हर रोज 1650 मैगावाट बिजली तैयार हो रही है। परियोजना से रोज लक्ष्य (35.2 मिलियन यूनिट) के मुकाबले अधिक (39.4 मिलियन यूनिट) बिजली तैयार हो रही है। इन दिनों नाथपा झाकड़ी परियोजना के बांध स्थल नाथपा नामक स्थान में सतलुज नदी का जलस्तर 800 क्यूमैक्स के आसपास है जबकि परियोजना की 6 विद्युत उत्पादन इकाइयों को चलाने के लिए 400 क्यूमैक्स पानी की आवश्यकता होती है। इस परियोजना से उत्पादित बिजली को उत्तरी ग्रिड से जुड़े राज्यों को सप्लाई किया जाती है।