होशियारपुर ( 24 जनवरी) पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि आम आदमी पार्टी के नेता चाहे वह पार्टी के सुप्रीमो तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल हो या पंजाब के मुख्यमत्री भगवंत मान हो सभी ने सत्ता में आने से पहले एक आम आदमी के जीवन जीने व व्वहार करने की बड़ी-बड़ी ढीगें मारी थी। अन्ना हजारे भ्रष्टाचार विरोधी अंदोलन से उत्पन अरविन्द केजरीवाल पहले तो बहुत बड़ी-बड़ी आदर्श वाली बाते करते थे। उन का कहना था कि किसी मुख्यमंत्री तथा अन्य मंत्रियों, विधायकों को आम आदमी की तरह दो कमरों के घर में रहना चाहिए तथा वीआईपी कलचर को छोड़ कर बिना सरकारी सुरक्षा के अपना कार्यकाल बतीत करना चाहिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान चुटकलों तथा कहानियों के माध्यम से मुख़्यमंत्री तथा मंत्रियों के सुरक्षा कवच का मजाक उड़ाते रहे हैं। दो कमरों के मकान के स्थान पर केजरीवाल ने 45 करोड़ रुपए जनता के खून-पसीने की कमाई का खर्च करके अपने लिए शीश महिल बनवा लिया।
दिल्ली पुलिस की सुरक्षा पर संतोष ना व्यक्त करते हुए पंजाब पुलिस की सुरक्षा दिल्ली में मगवा रखी हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी अपने आका केजरीवाल को तथा अन्य आप नेताओं को खुश करने के लिए पंजाब पुलिस की भारी भिजवा दी। एक तरफ पंजाब कानून व्यवस्था की स्थति से जूझ रहा हैं , गुंडे, बदमाश, नशा तस्कर, अवैध खनन करने वालों तथा अन्य अपराधी आम नागरिकों को तो क्या छोड़ना पुलिस पर भी गोलियां दागने से नहीं चुकते। दूसरी तरफ पंजाब पुलिस की बहुत बड़ी गिनती केजरीवाल समेत दिल्ली में आम-आदमी पार्टी के नेताओं की सुरक्षा में पंजाब के हित्तों को तांक पर रख कर भगवंत मान ने जुटाई हुई हैं , जिसका पंजाब को कोई लाभ नहीं उल्टा भारी भरकम खर्चा पंजाब को उठना पड़ रहा हैं। श्री सूद ने कहा कि अब चुनाव आयोग द्वारा पंजाब के डीजीपी को केजरीवाल को दी गई पंजाब पुलिस सुरक्षा वापिस देने को कह दिया हैं। जिसका साफ मतलब हैं कि मान सरकार द्वारा केजरीवाल को दी गई पंजाब पुलिस की सुरक्षा अवैध थी। चुनाव आयोग के निर्देशों से ना केवल आम आदमी पार्टी के कार्य प्रणाली की पोल खुली हैं , परन्तु मान सरकार की बहुत बुरी किरकरी भी हुई हैं।