पंजाब की बड़ी खबर: आईएएस अधिकारी के घर ईडी की छापेमारी, करोड़ों की संपत्ति और संदिग्ध दस्तावेज बरामद
चंडीगढ़:
लोटस 300 प्रोजेक्ट मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चंडीगढ़ में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी महेंद्र सिंह के घर छापेमारी की। इस दौरान ईडी को 1 करोड़ रुपये नकद, 12 करोड़ रुपये के हीरे, 7 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण, और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए। इस छापेमारी से 300 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है।
ईडी ने यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत की है, जिसमें लोटस 300 परियोजना के लिए भूमि घोटाले की जांच चल रही है। यह भूमि हैसिंडा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड (एचपीपीएल) द्वारा विकसित की जानी थी। इस घोटाले के मामले में पहले ही ईडी द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कर जांच शुरू की जा चुकी है।
छापेमारी सिर्फ चंडीगढ़ तक सीमित नहीं रही, बल्कि दिल्ली, मेरठ, और नोएडा में भी 11 जगहों पर कार्रवाई की गई। इस दौरान करोड़ों रुपये के हीरे और सोने के आभूषण बरामद किए गए। ईडी ने विशेष तौर पर मेरठ निवासी आदित्य गुप्ता और आशीष गुप्ता के ठिकानों पर छापा मारा, जहां से बड़ी मात्रा में संपत्ति और संदिग्ध दस्तावेज मिले।
यह घोटाला लोटस 300 प्रोजेक्ट से जुड़ा हुआ है, जिसमें 300 करोड़ रुपये का घोटाला होने की संभावना है। ईडी ने इस परियोजना से जुड़े हर पहलू की जांच करते हुए, संबंधित संपत्तियों को खंगालने का काम किया। यह मामला तब सामने आया जब नोएडा अथॉरिटी के लापरवाही पर हाई कोर्ट ने भी फटकार लगाई थी।
पूर्व आईएएस अधिकारी महेंद्र सिंह, जो बीएसपी सरकार के विशेष अधिकारी थे, उनके घर पर ईडी की छापेमारी से यह खुलासा हुआ है। महेंद्र सिंह के अलावा मेरठ निवासी आदित्य गुप्ता और आशीष गुप्ता की संलिप्तता भी सामने आई है।
ईडी की इस कार्रवाई ने लोटस 300 प्रोजेक्ट में हो रहे घोटाले की जांच को और गहरा कर दिया है, और मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में कई और बड़े खुलासे होने की संभावना है।