विश्व कैंसर दिवस को समर्पित सप्ताह के दौरान मास मीडिया विंग द्वारा विभिन्न स्कूलों में जागरूकता सेमिनार किए गए आयोजित

Date:

होशियारपुर 10 फरवरी 2024 ( ) विश्व कैंसर दिवस को समर्पित सप्ताह के दौरान सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. बलविंदर कुमार डमाणा के दिशा-निर्देशों के अनुसार मास मीडिया विंग द्वारा विभिन्न स्कूलों में जागरूकता सेमिनार आयोजित किए गए। जिसमें डॉ. राजेश टंडन ग्रामीण मेडिकल ऑफिसर, डॉ. पूनम मेडिकल ऑफिसर, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर डॉ. तृप्ता देवी, डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर, जिला बीसीसी कोऑर्डिनेटर अमनदीप सिंह ने भाग लिया और स्कूलों के सहयोग से विद्यार्थियों को कैंसर के प्रति जागरूक किया।

सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल अज्जोवाल में आयोजित सेमिनार में डॉ. टंडन ने विद्यार्थियों को पीपीटी के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि आज के युग में कैंसर कई लोगों की मौत का कारण बन रहा है। शारीरिक गतिविधि, शारीरिक व्यायाम, पश्चिमी सभ्यता के अनुसार रहन-सहन और खान-पान में बदलाव और नियमित शारीरिक जांच से कैंसर जैसी भयानक बीमारी से बचा जा सकता है। इसके लिए हर व्यक्ति को इसके लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि ‘समय पर जागरूकता ही कैंसर नियंत्रण की कुंजी है।’

सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल पिपलांवाला में आयोजित सेमिनार के दौरान बोलते हुए डाॅ. पूनम ने कैंसर के शुरुआती लक्षणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऐसे लक्षण दिखते ही जांच करानी चाहिए, क्योंकि अगर शुरुआती चरण में इसका पता चल जाए तो इसका इलाज पूरी तरह से किया जा सकता है। इसके लिए जरूरी है कि महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाने के लिए साल में एक बार मैमोग्राफी करानी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने स्तन कैंसर और मुंह के कैंसर का शीघ्र पता लगाने के लिए स्व-जांच की विधि के बारे में भी जानकारी दी। इसके अलावा अगर शरीर के किसी हिस्से में बिना दर्द वाली कोई गांठ हो तो बिना देर किए जल्द से जल्द इसकी जांच करानी चाहिए।

डॉ. तृप्ता देवी ने कहा कि कैंसर से बचाव के लिए जानकारी ही एकमात्र उपाय है। तंबाकू, धूम्रपान जैसे रासायनिक उर्वरकों के सेवन से बचना चाहिए। महिलाओं में मासिक धर्म के लक्षण बदलने पर डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। समय पर जांच न होने और अधिक वसायुक्त भोजन के सेवन से भी कैंसर बढ़ रहा है।

मैडम रमनदीप कौर ने कहा कि कैंसर और अन्य गैर-संचारी रोगों से संबंधित स्वास्थ्य संस्थानों में एनसीडी सेल स्थापित किए गए हैं जहां कोई भी व्यक्ति इन बीमारियों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री कैंसर राहत कोष योजना पर प्रकाश डाला, जिसमें कैंसर रोगियों को सरकारी और मंजूरशुदा गैर-सरकारी अस्पतालों में 1.50 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज दिया जाता है। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के माध्यम से भी कैंसर रोगियों को इलाज की सुविधा दी गई है।

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

Popular

More like this
Related

जिला कानूनी सेवाएं अथॉरिटी की ओर से गांव पोहारी में लीगल एड क्लीनिक की स्थापना

होशियारपुर, 23 जनवरी: जिला एवं सत्र न्यायाधीश-कम-चेयरमैन जिला कानूनी...