प्रशिक्षण के दौरान बच्चों में टीबी के शीघ्र निदान और उपचार पर जोर दिया गया
होशियारपुर 28 जनवरी 2025 (TTT)
स्वास्थ्य विभाग पंजाब और सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार शगोत्रा के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला टीबी केंद्र होशियारपुर ने विश्व स्वास्थ्य पार्टनर्स (डब्ल्यूएचपी) और साझेदार गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत बाल टीबी की जांच और उपचार के लिए जिला स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें होशियारपुर जिले के उपमंडल अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से एक-एक स्टाफ नर्स व टीबी अधिकारी डा. शक्ति शर्मा ने भाग लिया।
टीबी सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। यह एक बड़ी चुनौती है, विशेषकर बच्चों के लिए, क्योंकि इसका पता अक्सर नहीं चल पाता या बहुत देर से चलता है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य 0-14 वर्ष की आयु के बच्चों में बाल टीबी के निदान, उपचार और प्रबंधन में स्वास्थ्य पेशेवरों के ज्ञान और कौशल को बढ़ाना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला टीबी अधिकारी डॉ. शक्ति शर्मा व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजवंत कौर ने मुख्य प्रशिक्षक की भूमिका निभाई। उन्होंने बच्चों में टीबी की शीघ्र पहचान और उपचार पर जोर दिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को बाल चिकित्सा टीबी दिशानिर्देशों के अनुसार 0-14 वर्ष की आयु के बच्चों में गैस्ट्रिक एस्पिरेट (जीए), गैस्ट्रिक लैवेज (जीएल) और इंस्पिरेटरी स्पुतम (आईएस) प्रक्रिया करने की जानकारी दी गई।
इस प्रशिक्षण में श्रीमती हरदीप कौर स्टेट नर्स मेंटर, वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर और श्रीमती सुखविंदर कौर एमपीएच डब्ल्यू महिला सरकारी नर्सिंग कॉलेज ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए श्री गुरमीत सिंह जिला परियोजना प्रबंधक विश्व स्वास्थ्य पार्टनर होशियारपुर तथा उनकी टीम श्री हरजीत सिंह, श्री दीपक प्रजापति तथा श्रीमती बलजीत कौर ने सिविल सर्जन, जिला टीबी अधिकारी डा. शक्ति शर्मा ,शिशु रोग विभाग के चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया।