सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से बेटियों की लोहड़ी का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित
121 नवजात बेटियों की लोहड़ी मनाई, कंबल और अन्य पारंपरिक सामान भेंट
बेटा-बेटी में कोई फर्क न हो: कोमल मित्तल
होशियारपुर, 23 फरवरी(बजरंगी पांडेय): पंजाब सरकार के सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत आज यहां बेटियों की लोहड़ी का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने इस अवसर पर कहा कि बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं करना चाहिए क्योंकि बेटियां हर क्षेत्र में बुलंदियों को छूने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों के सर्वांगीण विकास से समाज और मजबूत बनेगा।
नजदीकी गांव दोलोवाल में आयोजित इस कार्यक्रम में डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल और बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं ने 121 नवजात बेटियों की लोहड़ी मनाई। डिप्टी कमिश्नर ने 121 नवजात बच्चियों की माताओं को कंबल, लोहड़ी और अन्य पारंपरिक सामान देकर उनकी सराहना की। कोमल मित्तल ने कहा कि लड़कियां ही सही मायनों में समाज को आगे ले जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि लड़के-लड़की के भेदभाव को खत्म कर हर साल बेटियों की भी लोहड़ी मनाई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा और बुलंद करने के लिए सभी को सामूहिक प्रयास करना चाहिए। साथ ही बेटियों को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य मुहैया कराना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। आज के कार्यक्रम का उद्देश्य बेटियों के विकास की कामना के साथ-साथ महिलाओं के स्वास्थ्य, जीवन स्तर में सुधार, स्वरोजगार और स्वयं सहायता समूहों के महत्व के बारे में जागरूक करना है ताकि इन क्षेत्रों में सकारात्मक परिणाम और विकास हासिल किए जा सकें।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष स्वास्थ्य जांच कैंप, रोजगार विभाग द्वारा लड़कियों के लिए रोजगार के अवसर, स्वयं सहायता समूहों द्वारा अपने बनाए उत्पादों की प्रदर्शनी, पोषण अभियान और सखी वन-स्टॉप सेंटर आदि के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराई गई। उन्होंने आंगनवाड़ी वर्करों के साथ बच्चियों के गीत गाकर लोहड़ी का त्योहार मनाया।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि हासिल करने वाली 10 लड़कियों और एक महिला उद्यमी को सम्मानित किया गया। इनमें से 5 लड़कियां शिक्षा और 5 खेल क्षेत्र से संबंधित थी। कैंप में 250 से अधिक महिलाओं की जांच की गई और 400 लड़कियों और महिलाओं को नौकरियों की पेशकश की गई।
जिला प्रोग्राम अधिकारी हरदीप कौर ने ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान की विशेष जानकारी दी। इस दौरान लड़कियों ने लोहड़ी के गीत भी गाए और अभियान के तहत एक ‘सेल्फी कॉर्नर’ भी स्थापित किया गया।
इस मौके पर आम आदमी पार्टी के देहाती जिला प्रधान गुरविंदर सिंह पाबला, रजिंदर कौर, सहायक सिविल सर्जन सीमा गर्ग, जिला रोजगार अधिकारी रमनदीप कौर, जिला कल्याण अधिकारी हरपाल सिंह, जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी मनप्रीत सिंह और सीडीपीओ राज रानी भी उपस्थित थे।
कैप्शन:
1. डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल नवजन्मी बेटियों के लिए कंबल और अन्य पारंपरिक सामान भेंट करते हुए।
2. डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल सेल्फ हेल्प ग्रुप के स्टॉल का निरीक्षण करते हुए।
3. डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल एक लड़की को रोजगार के लिए ऑफर लेटर सौंपते हुए।
4. डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल खेल और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान हासिल करने वाली लड़कियों का सम्मान करते हुए।