होशियारपुर 06 जुलाई 2023 (विपन शर्मा) :जिला स्वास्थ्य विभाग होशियारपुर पंजाब सरकार के आदेशों और सिविल सर्जन डॉ. बलविंदर कुमार के दिशानिर्देशों के अनुसार जिले में इंद्रधनुष कार्यक्रम चल रहा है। इसके तहत ब्लॉक चकोवाल में सीनियर मेडिकल अधिकारी डॉ. बलदेव सिंह की अध्यक्षता में आयोजित आशा वर्करों की बैठक को संबोधित करते हुए डॉ. सीमा गर्ग ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों और गर्भवती महिलाओं का 100 प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करना है ताकि बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के संपूर्ण टीकाकरण से शिशु एवं मातृ मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि दो वर्ष से कम उम्र के वैसे बच्चे जो किसी कारणवश टीकाकरण से वंचित रह जाते हैं या अधूरा टीकाकरण रह जाता है, उनका टीकाकरण इस कैंप के माध्यम से किया जाएगा। साथ ही सभी गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि पीलिया, पोलियो, तपेदिक, काली खांसी, टेटनस, निमोनिया और एन्सेफलाइटिस, डायरिया, खसरा और रूबेला तथा अंधापन जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण बहुत जरूरी है। इसलिए टीकाकरण से वंचित 2 वर्ष तक के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को शेष खुराक देना सुनिश्चित किया जाएगा। इस मिशन के तहत झुग्गी-झोपड़ियों, ईंट भट्ठों, गुज्जर डेरों, शैलरों, निर्माणाधीन इमारतों सहित प्रवासी श्रमिकों के बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 4 जुलाई से 17 जुलाई तक डायरिया रोकथाम पखवाड़ा है मनाया जा रहा है।इस संबंध में जानकारी देते हुए डॉ.सीमा गर्ग ने बताया कि इस पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर को कम करना और डायरिया से होने वाली मौतों की संख्या को शून्य पर लाना है।दुनिया में हर साल 0 से 5 साल तक के दो लाख बच्चों की मौत केवल डायरिया बीमारी के कारण होती है, जिनमें से एक लाख मौतें सिर्फ भारत में होती हैं। इस पखवाड़े के दौरान जिस भी घर में 0 से 5 वर्ष से छोटे बच्चे हैं, वहां आशा द्वारा ओ.आर.एस. पैकेट निःशुल्क वितरित किये जा रहे हैं तथा डायरिया होने पर जिंक की गोलियाँ निःशुल्क दी जायेंगी। उन्होंने कहा कि डायरिया विरोधी पखवाड़ा के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में संचार के विभिन्न माध्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा है ताकि आम लोगों तक इस पखवाड़े के महत्व का संदेश पहुंच सके।