सिविल सर्जन डॉ. पवन शगोत्रा ने “हर शुक्रवार डेंगू ते वार” अभियान की जागरूकता गतिविधियों की समीक्षा की
होशियारपुर 08 नवंबर 2024 (TTT)लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री पंजाब डाॅ. बलवीर सिंह के विशेष प्रयासों एवं दिशा निर्देशों के अनुसार सिविल सर्जन होशियारपुर पवन कुमार शगोत्रा द्वारा प्रत्येक शुक्रवार डेंगू ते वार अभियान के तहत की जा रही विभिन्न गतिविधियों की समीक्षा की गई। उन्होंने ब्लॉक चकोवाल के गांव अजोवाल और हरदोखानपुर का दौरा किया और डेंगू पॉजिटिव मरीजों के घर जाकर उनका हाल चाल पूछा गया। उनके साथ जिला एपीडिमोलोजिस्ट (आईडीएसपी) डॉ शैलेश कुमार तथा एचआई विशाल पुरी भी मौजूद थे। जिला एपीडिमोलोजिस्ट डॉ. जगदीप सिंह ने भी एचआई तरसेम सिंह के सहयोग से विभिन्न क्षेत्रों में जांच की।सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि डेंगू रोधी गतिविधियों को जारी रखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने आज शुक्रवार को विभिन्न क्षेत्रों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, ब्रीडिंग चेकर्स, नर्सिंग छात्रों द्वारा घरों/दुकानों/कार्यालयों आदि का दौरा किया। टीमों ने शहरी होशियारपुर के इलाकों की जांच की। इन गतिविधियों के तहत लोगों को जागरूक करते हुए घरों/दुकानों आदि में विभिन्न प्रकार के कंटेनरों, कूलरों, गमलों, छतों, रेफ्रिजरेटर की ट्रे, पशु-पक्षियों के पानी के कटोरे आदि में जमा पानी की जांच की गई और जिन कंटेनरों में मच्छरों का लार्वा पाया गया, उन्हें खाली कराया गया और मच्छरों के लार्वा को मौके पर ही नष्ट कर दिया। इसके साथ ही लार्वानाशक स्प्रे भी कराया गया। लोगों से इन बीमारियों को फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा को मारने के लिए इन कंटेनरों को पूरी तरह से सूखा रखने के लिए भी कहा गया है। गतिविधियों के दौरान लोगों को डेंगू से बचाव एवं रोकथाम के बारे में जानकारी दी गई है, क्योंकि जब तक लोग स्वयं इसके प्रति जागरूक नहीं होंगे और रुके हुए जल स्रोतों की साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देंगे, तब तक डेंगू से बचाव नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि डेंगू का संक्रमण का मौसम नवंबर माह तक रहता है, इसलिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ये गतिविधियां जारी रखी जाएंगी, जिसमें लोगों का सहयोग अपेक्षित है। डेंगू को और अधिक फैलने से रोकने के लिए सप्ताह में कम से कम एक बार अपने पानी के कंटेनरों को खाली करना और सुखाना सुनिश्चित करें। क्योंकि डेंगू फैलाने वाला मच्छर अंडे से वयस्क मच्छर तक का जीवन चक्र एक सप्ताह में पूरा कर सकता है। इसलिए लार्वा के जीवन चक्र को तोड़ना महत्वपूर्ण है।
डॉ. जगदीप ने बताया कि जिले में अब तक 203 मामले सामने आए हैं, जिनमें से होशियारपुर के शहरी क्षेत्र में 45 मामले सामने आए हैं।उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी सावधानियां बरतकर हम डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू बुखार की जांच एवं इलाज निःशुल्क है। किसी भी प्रकार का बुखार होने पर केवल पैरासिटामोल की गोलियां लेनी चाहिए और तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जांच और इलाज कराना चाहिए।