भगवंत मान गैर–जिम्मेदाराना मुख्यमंत्री–निपुण शर्मा
कहा–नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार जन विरोधी फैसला
होशियारपुर 26 जुलाई (बजरंगी पांडेय):भारतीय जनता पार्टी ने नीति आयोग संचालन परिषद की बैठक का बहिष्कार करने पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पर निशाना साधते हुए उनके फैसले को ‘‘जन-विरोधी’’ और ‘‘गैर जिम्मेदाराना’’ बताया। जारी प्रेस विज्ञप्ति में जिला भाजपा अध्यक्ष निपुण शर्मा, डा बिंदुसार शुक्ला,सुरेश भाटिया,गोपीचंद कपूर अंकुश वालिया ने कहा कि नीति आयोग देश के विकास के लिए लक्ष्य तय करने, रूपरेखा तथा रोडमैप बनाने के लिए एक अहम मंच है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि केंद्र, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच व्यापक सलाहकारी प्रक्रियाओं के लिए नीति आयोग एक बहुत महत्वपूर्ण मंच है तथा इसकी संचालन परिषद की बैठक में अहम फैसले लिये जाते हैं, जिनका जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन किया जाता है। उन्होंने कहा यही कारण है कि प्रधानमंत्री इस बैठक की अध्यक्षता करते हैं और केंद्र के वरिष्ठ मंत्री भी इसमें शरीक होते हैं, ताकि जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन के लिए मुख्यमंत्रियों के सुझाव के साथ बड़े मुद्दों पर निर्णय लिये जाएं।लेकिन मुख्यमंत्री मान आप सुप्रीमों केजरीवाल की भक्ति में लीन होकर पंजाब की जनता से धोखा कर रहे है और ऐसे बचकाने फैसलों से राज्य के हितों के खिलाफ काम कर रहे है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ साथ इस बैठक का बहिष्कार करने वाले वो राज्यों के मुख्यमंत्री भी कसूरवार है।जिन्होंने अपने राज्यों के विकास को पीछे धकेल कर अपने निजी स्वार्थ को प्राथमिकता दी है।
भाजपा ने कहा कि विपक्ष हताश है, उसके पास कोई मुद्दा नहीं है। वे सिर्फ अफवाहें फैलाते हैं, और अफवाहों के आधार पर विमर्श गढ़ते हैं। वे आरक्षण पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। फिर, उन्होंने नीट के बारे में बात करनी शुरू कर दी और (नीट के मुद्दे पर) भारतीय शिक्षण संस्थानों को बदनाम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थानों के साथ साठगांठ की। उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद उनके मुंह बंद हो गए।
भाजपा ने कहा कि अपनी राजनितिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए राज्य के हितों की बलि देने वाले मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब की जनता के दोषी है।