पांच वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से बाल मृत्यु दर समीक्षा की जाती है: डॉ. सीमा गर्ग
होशियारपुर 6 फरवरी 2025 (TTT):
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स्वास्थ्य विभाग पंजाब और सिविल सर्जन डॉ. पवन कुमार शगोत्रा के दिशा-निर्देशानुसार जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग के नेतृत्व में सिविल सर्जन कार्यालय होशियारपुर के प्रशिक्षण हॉल में विभिन्न ब्लॉकों से आई एएनएम व आशा वर्करों के लिए बाल मृत्यु समीक्षा पर प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस दौरान डिप्टी मास मीडिया अधिकारी डॉ. तृप्ता देवी व श्रीमती रमनदीप कौर तथा डीपीएम श्री मोहम्मद आसिफ भी मौजूद थे।
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प्रशिक्षण के दौरान डॉ. सीमा गर्ग ने बताया कि यह प्रशिक्षण पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों की मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शून्य से पांच वर्ष तक के प्रत्येक बच्चे की मृत्यु के कारणों की पहचान कर उन्हें दूर करने के उद्देश्य से बाल मृत्यु दर की समीक्षा की जाती है, ताकि समय रहते बच्चों की मृत्यु के कारणों की पहचान की जा सके तथा संस्थागत स्तर पर कमियों का निदान किया जा सके।
डॉ। सीमा गर्ग ने कहा कि 5 वर्ष तक की आयु तक होने वाली अधिकांश बाल मृत्यु को रोकना संभव है, जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने बाल मृत्यु की निगरानी के लिए एक तंत्र बनाया है। जिसके तहत हर बच्चे की मौत की सूचना दी जाती है और मौत के कारणों की जांच कर सुधारात्मक कार्रवाई की जाती है। मृत्यु के बाद जो भी कारण सामने आते हैं, उन्हें समाप्त करके स्वास्थ्य प्रणाली में सकारात्मक और गुणात्मक सुधार लाने के प्रयास किए जाते हैं।
डॉ। गर्ग ने बच्चों में होने वाली बीमारियों, खतरे के संकेत, लक्षण, कारण और बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने जन्म के तुरंत बाद बच्चों की देखभाल, बाल मृत्यु के निदान के लिए उठाए गए कदमों तथा आवश्यक रिपोर्टिंग के बारे में जानकारी प्रदान की।
बॉक्स के लिए कुछ बिंदु:-
बच्चों की संभावित मृत्यु को रोकने के लिए निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखा जाना चाहिए:-
1. जन्म के समय बच्चे को शहद या गुड़ नहीं देना चाहिए।
2. बच्चे को हमेशा स्तनपान कराना चाहिए, जो कि बच्चे के स्वास्थ्य और बीमारियों की रोकथाम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
3. जब भी आप स्तनपान या अन्य आहार के बाद बच्चे के डकार लेने का इंतजार करें, तभी उसे सुलाएं, और वह भी बाईं ओर।
4. हाइपोथर्मिया (कम तापमान) से बचाव के लिए बच्चे को सिर्फ तौलिया या कंबल से नहीं, बल्कि उचित कपड़ों से ढकें।
5. यदि बच्चा तेजी से सांस ले रहा हो, सांस लेने में कठिनाई हो रही हो, सुस्त हो या खाना खाने से मना कर रहा हो, जो कि निमोनिया हो सकता है, तो उसे तुरंत बाल रोग विशेषज्ञ के पास ले जाएं।