प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली को खराब करने की नीयत से कंडी कैनाल का पानी चोअ में छोड़ने वालों की जांच कर कार्यवाही करे प्रशासन: अश्वनी गैंद
(GBCUPDATE) होशियारपुर । बीते दिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दशहरा ग्राउंड में रैली आयोजित की गई थी। लेकिन दुख की बात है कि किसी षड्यंत्र के तहत बस्सी गुलाम हुसैन के समीप चोअ से गुजरती कंडी कैनाल का पानी चोअ में छोड़ा गया था, ताकि रैली को खराब किया जा सके। प्रशासन को इसकी गहनता से जांच करके आरोपी अधिकारियों पर कार्यवाही करनी चाहिए। यह बात सामाजिक संस्था नई सोच वैल्फेयर सोसायिटी के संस्थापक अध्यक्ष अश्वनी गैंद ने आज यहां जारी एक प्रैस विज्ञप्ति में कही। श्री गैंद ने कहा कि प्रधानमंत्री के आने की खबर पहले प्रशासन के पास पहुंचती है ताकि प्रशासन द्वारा उनके आगमन संबंधी सारी व्यवस्था को सुचारु ढंग से पूर्ण किया जा सके। परन्तु इसके बावजूद कंडी कैनाल के अधिकारियों की लापरवाही से कैनाल का पानी चोअ में आना किसी षड्यंत्र का हिस्सा प्रतीत होता है, ताकि पानी के कारण हैलीपैड या रैली स्थल प्रभावित हो और अधिकारी वर्ग जोकि पंजाब सरकार के इशारे पर काम करता है को रैली रद्द करने का बहाना मिल सके। उन्होंने कहा कि इस बड़ी लापरवाही की गहनता से जांच करके ड्यूटी देने वाले कण्डी कैनाल अधिकारियों को डिसमिस किया जाए। उन्होंने कहा कि नहरी विभाग के कर्मचारी पैसे बटोरने के अलावा कोई काम नहीं करते और चोअ में नहरी विभाग की सहमति से कब्जे हो रहे हैं और प्रशासन आंखे मूंदकर बैठा है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के आगमन पर ऐसी घटना हुई हैं जबकि पंजाब का सारा प्रशासन इसकी देखरेख लगा था तो इतनी बढ़ी लापरवाही करने वाले आरोपियों को ढूंढना जरुरी है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो धरना प्रदर्शन करके दोषियों को पकड़ा जाएगा और इसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी। इस मौके पर हरीश गुप्ता हैप्पी, नीरज गैंद, अवतार सिंह, इंद्रजीत सिंह, सरताज सिंह आदि उपस्थित थे