सरकारी सीनियर सैकंडरी स्कूल भाम, होशियारपुर में नशे और उसके उपचार पर जागरूकता सेमिनार का आयोजन
होशियारपुर 10.12.2024,(TTT) श्रीमती कोमल मित्तल आई.ए.एस माननीय डिप्टी कमिश्नर होशियारपुर और डॉ. हरबंस कौर डिप्टी मेडिकल कमिश्नर, होशियारपुर के आदेशानुसार सरकारी सीनियर सैकंडरी स्कूल भाम, होशियारपुर में परमिंदरजीत सिंह प्रिंसीपल, स. परविंदर सिंह सरपंच तथा पंचायत सदस्यों के नेतृत्व में और प्रशांत आदिया काउंसलर जिला नशामुक्ति पुनर्वास केन्द्र होशियारपुर की उपस्थिति में नशे और उसके उपचार पर जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर तानिया वोहरा, साइकॉलोजिस्ट कम काउंसलर, जिला नशामुक्ति पुनर्वास केन्द्र होशियारपुर ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार नशा एक मानसिक बीमारी है, जिसका सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में निशुल्क इलाज किया जाता है। उन्होंने नशाखोरी के कारणों, लक्ष्णों और इसके साथ होने वाली बीमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर प्रशांत आदिया, काउंसलर, जिला नशामुक्ति पुनर्वास केन्द्र होशियारपुर ने कहा कि नशाखोरी का उपचार जिला होशियारपुर में नशा मुक्ति केन्द्र सिविल अस्पताल होशियारपुर तथा दसूहा में निशुल्क किया जाता है। इसमें सबसे पहले 15-21 दिनों तक मरीज का डीटॉक्सीफिकेशन किया जाता है। इसके बाद मरीज को सरकारी नशामुक्ति पुनर्वास केन्द्र मुहल्ला फतेहगढ, होशियारपुर में 90 दिनों के लिए दाखिल किया जाता है, जहां व्यक्तिगत काउंसिलिंग, समूह काउंसिलिंग, आध्यात्मिक काउंसिलिंग के साथ-साथ खेलें और थैरेपी भी करवाई जाती है। उन्होंने कहा कि नशाखोरी के इलाज के साथ-साथ प्रमाणित कौशल विकास कोर्स भी करवाए जाते हैं ताकि मरीज अपने पैरों पर खड़ा हो सके। उन्होने कहा कि नशाखोरी का इलाज स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पंजाब द्वारा निशुल्क किया जाता है, अगर कोई मरीज इलाज के लिए आता है तो नशा मुक्ति केन्द्र उस का पूरा इलाज करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पंजाब तथा श्रीमती कोमल मित्तल, आई.ए.एस., डिप्टी कमिश्नर, होशियारपुर के प्रयासों की बदौलत ही केन्द्र में मरीजों को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए व्यवसायिक कोर्स भी करवाये जाते हैं, जो कि मरीज के पुनर्वास के लिए एक बढि़या मंच साबित होगा। इस अवसर पर समूह स्टाफ व विद्यार्थी उपस्थित थे।