

अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) को शनिवार को एक बार फिर अपना नया अध्यक्ष मिल गया है। पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक आज सुबह 11 बजे अमृतसर स्थित श्री दरबार साहिब परिसर में तेजा सिंह समुंदरी हॉल में आयोजित की गई, जहां पार्टी के डेलीगेट्स ने नए अध्यक्ष का चुनाव किया।

वरिष्ठ अकाली नेता बलविंदर सिंह भूंदड़ ने सुखबीर सिंह बादल के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे परमजीत सिंह सरना ने समर्थन दिया। बैठक के दौरान किसी और नेता का नाम अध्यक्ष पद के लिए सामने नहीं आया। इस तरह सर्वसम्मति से सुखबीर सिंह बादल को फिर से शिरोमणि अकाली दल का अध्यक्ष चुन लिया गया।
इस मौके पर पार्टी की नई कार्यकारी समिति और अन्य पदाधिकारियों की भी घोषणा की गई। चुनाव में पंजाब के 117 विधानसभा क्षेत्रों से आए 567 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
23 अप्रैल को बठिंडा के तलवंडी साबो में एक विशाल राजनीतिक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जहां नव-निर्वाचित अध्यक्ष सुखबीर बादल जनता को संबोधित करेंगे।
पृष्ठभूमि:
- सुखबीर सिंह बादल ने 16 नवंबर को अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था, जिसे पार्टी ने 11 जनवरी को औपचारिक रूप से स्वीकार किया।
- वर्ष 2015 में हुई बेअदबी की घटनाओं और पार्टी के लगातार गिरते चुनावी प्रदर्शन के चलते अकाली दल में आंतरिक असंतोष बढ़ गया था।
- 2 दिसंबर 2023 को अकाल तख्त साहिब ने सुखबीर बादल और अन्य नेताओं को ‘तनखाह’ (धार्मिक दंड) सुनाया था, जो 2007 से 2017 के बीच सरकार में रहते हुए की गईं गलतियों के लिए था।
- सुखबीर सिंह बादल पहली बार 2008 में पार्टी प्रमुख बने थे, जब उन्होंने अपने पिता प्रकाश सिंह बादल से यह पद संभाला था।
सुखबीर बादल का एक बार फिर अध्यक्ष बनना पार्टी के लिए अहम मोड़ साबित हो सकता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे पार्टी को दोबारा मजबूती की राह पर कैसे ले जाते हैं।
