नशा तस्करों पर कार्रवाई करने के साथ-साथ नशे के चंगुल में फंसे नौजवानों को बाहर निकाल उनका पुर्नवास करना मुख्य प्राथमिकताः हरमनबीर सिंह गिल
डी.आई.जी जालंधर रेंज ने नशे के खिलाफ शुरु अभियान के अंतर्गत एन-कोर्ड व जिले के सभी विभाग प्रमुखों के साथ की बैठक
पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान जिले में नशे के खिलाफ चल रही गतिविधियों के बारे में दी जानकारी
होशियारपुर, 9 जुलाईः(TTT) डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल आफ पुलिस जालंधर रेंज हरमनबीर सिंह गिल ने कहा कि मुख्य मंत्री पंजाब भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार की ओऱ से नशे के खिलाफ शुरु अभियान के अंतर्गत नशा तस्करों पर कार्रवाई करने के साथ-साथ नशे के चंगुल में फंसे नौजवानों को बाहर निकाल कर उनका पुर्नवास करना मुख्य प्राथमिकता है। वे आज जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स में नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान संबंधी नार्को कोआर्डिनेशन मकैनिजम( एन-कोर्ड) व जिले के समूह विभागों के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल व एस.एस.पी सुरेंद्र लांबा भी मौजूद थे। डी.आई.जी ने बैठक के दौरान अलग-अलग विभागों की ओर से नशे के खिलाफ किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी हासिल की व उन्हें जिले को नशा मुक्त बनाने के अभियान में अपना योगदान डालने के लिए प्रेरित किया।
डी.आई.जी ने बैठक के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए जिले में नशे के खिलाफ की जा रही गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पुलिस और सिविल प्रशासन मिलजुल कर इस अभियान में दिन-रात लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि जहां हमारा प्रयास नशे की दलदल में फंसे नौजवानों को बाहर निकाल कर उनका पुर्नवास करना है वहीं और नौजवान नशे के जाल में न फंसे, इस संबंधी जागरुकता गतिविधयां भी करवाना है। उन्होंने बताया कि आज की बैठक में उन्होंने सभी विभागों से जानकारी हासिल करते हुए फीडबैक ली है, जिससे आने वाले समय में और नए कार्य किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि नौजवानों को खेल गतिविधियों से जोड़ना बहुत अहम कार्य है, जिसके लिए नौजवान क्लबों को आने वाले समय में फुटबाल, बास्केटबाल, वालीबाल और अन्य स्पोर्ट्स किटें भी दी जाएंगी।
हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि पंजाब पुलिस जहां नशे के सौदागरों पर नजर रखते हुए कानूनी कार्रवाई कर रही है वहीं थाना स्तर से लेकर जिला स्तर पर जागरुकता गतिविधियां भी करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि गांवों में कमेटियां बनाई गई है ताकि नशा तस्करों पर नजर रखी जा सके। उन्होंने कहा कि नशे के चंगुल में फंसे व्यक्ति को सुधारने के लिए प्रयास करने चाहिए न कि उसे समाज से अलग डील करें। उन्होंने कहा कि नशे की दलदल में फंसे नौजवानों के पुर्नवास के लिए सिविल प्रशासन पहले से ही अहम भूमिका निभा रहा है और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में जिला होशियारपुर नशा मुक्ति को लेकर पंजाब में एक मिसाल के तौर पर उभरेगा।
डिप्टी कमिश्नर कोमल मित्तल ने कहा कि जिला प्रशासन ने नशे से मुक्ति दिलाने के लिए नशा छुड़ाओ व पुर्नवास केंद्र खोला है, जहां सैंकड़ों नौजवानों को दोबारा से उनके पैरों पर खड़ा किया गया है। उन्होंने बताया कि जिला रैडक्रास सोसायटी के सहयोग से केंद्र में मल्टी कूजीन कुक हेयर ड्रैसर व सैलून आर्टिस्ट का स्किलड कोर्स करवाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि कोर्स करवाने का उद्देश्य यही है कि केंद्र से बाहर जाने के बाद यह नौजवान अपना काम धंधा शुरु कर सकें। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे ओट सैंटरों में भी नौजवानों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी विभागों की ओर से विशेषकर स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास व पंचायत विभाग, खेल, युवक सेवाएं, कृषि, वन विभाग विभाग की ओऱ से नशा जागरुकता संबंधी उल्लेखनीय कार्य कए जा रहे हैं।
एस.एस.पी सुरेंद्र लांबा ने कहा कि होशियारपुर पुलिस की ओर से बीते जून माह के दौरान बड़ी कामयाबी हासिल की गई है। उन्होंने बताया कि नशे के खिलाफ इस अभियान के अंतर्गत जिला होशियारपुर के अलग-अलग थानों में एन.डी.पी.एस एक्ट के अंतर्गत जून 2024 के दौरान कुल 83 मुकद्दमे दर्ज कर 108 दोषियों को गिरफ्तार किया गया व एन.डी.पी.एस एक्ट के अंतर्गत हुए 34 मुकद्दमों में धारा 29 एन.डी.पी.एस एक्ट के अंतर्गत 42 अन्य दोषी नामजद किए गए हैं और दो भगौड़ों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि दोषियों से 531 ग्राम हैरोइन, 3 किलो 390 ग्राम अफीम, 52 किलो चूरा पोस्त, 900 ग्राम चरस, 2 किलो 800 ग्राम गांजा, 2 किलो 860 ग्राम नशीला पाउडर, 43 टीके व 4804 गोलियां, कैप्सूल बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला पुलिस की ओर से नशे के खिलाफ अभियान इसी तरह जारी रहेगा।
इस मौके पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(सामान्य) राहुल चाबा, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(विकास) गुरप्रीत सिंह गिल, एस.पी (स्थानीय) मनोज कुमार, एस.डी.एम होशियारपुर प्रीतइंदर सिंह बैंस, एस.डी.एम दसूहा प्रदीप सिंह बैंस, एस.डी.एम टांडा व्योम भारद्वाज के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।