शिमला मिर्च की खेती में प्रदेश के किसानों को अब मुरझान रोग से होने वाले नुकसान से राहत मिलेगी। प्रदेश में शिमला मिर्च की अच्छी फसल के लिए कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर ने इसकी दो नई किस्म तैयार की हैं। इसमें फसल भी अधिक होगी और मुरझान रोग भी नहीं होगा।प्रदेश में वर्तमान में करीब 90 हजार 940 हेक्टेयर क्षेत्रफल से 19.36 लाख टन सब्जी उत्पादन किया जा रहा है। इसमें शिमला मिर्च की खेती एवं इसका सफल उत्पादन किसानों की आय में विशेष योगदान दे रहा है। लेकिन, प्रदेश के कई पर्वतीय क्षेत्रों में शिमला मिर्च में मुरझान की समस्या रहती है। इससे इस फसल के लिए मुरझान रोग कृषि विशेषज्ञों के लिए एक मुख्य चुनौती है।
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