झूलों के रेट 20 रूपये तक सीमित करे प्रशासन वरना करेंगे संघर्षः गैंद-राणा
(TTT) श्री राम लीला कमेटी होशियारपुर के जद्दी बैठे लोग अपनी मनमानियां बन्द करें और सनातन कार्यों को ध्यान में रखकर कार्य करे, उक्त बात नई सोच वैल्फेयर सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष अशवनी गैंद एवं प्रकृतिक एवं समाजिक वातावरण प्रेमी वीर प्रताप राणा ने कही। उन्होंने कहा कि होशियारपुर का दशहरा पर्व पुरे भारतवर्ष में मशहूर है। ऐसे में इस दशहरा कमेटी द्वारा कुछ ऐसे कार्य किये जा रहे हैं जिससे इसकी विश्वसनीयता कम हो रही है। हर साल राम लीला कमेटी को करोड़ों रूपये झूलों से और शहरवासियों के सहयोग से इक्ट्ठे हो रहे हैं परन्तु यह पैसा कहां खर्च हो रहा है इसकी जानकारी जनता में कभी प्रकाशित नहीं की गई और अब शहरवासियों में मांग उठने लगी है कि इस पैसे का दुरूपयोग रोका जाये जैसे कि राजनीतिक नेताओं की खातिरदारी वगैरह। शहरवासियों की मांग है कि कमेटी द्वारा इक्ट्ठे किये पैसों का सही इस्तेमाल जैसे गऊ संभाल और सनातनी बच्चों को स्कालरशिप देकर प्रोत्साहित करना और इसके साथ-2 दशहरा में रावण वध के लिए किसी महान संत समाज से व्यक्ति बुलाकर रावण दहन करवाना चाहिये।
उन्होंने कहा कि इसी के साथ कमेटी छोटी काशी के लोगों को मेले में सहूलतें दिलवाने के प्रति भी ध्यान दे जैसे कि 10 साल तक के बच्चों को फ्री झूले दिलाना, शहर में गऊसेवा और सनातन के लिए काम करनी वाली संस्थाओं और शख्सियतों को रावण वध से पहले सम्मानित करना और हनुमान के स्वरूप बनाने वाली बाल रूपी सेना को 11000/- रूपये ईनाम रूप में देना आदि। संस्था सदस्यों द्वारा ज़िला प्रशासन से अपील है कि झूलों के रेट 20 रूपये झूले तक सीमित करे और 10 साल के बच्चों को फ्री देने का प्रबन्ध करवाये। इस अवसर पर हरीश गुप्ता हैप्पी, नीरज कुमार, अमन सेठी आदि उपस्थित थे।