

ABVP पंजाब ने किया राज्यपाल के नेतृत्व में चल रही नशा विरोधी पदयात्रा का पूर्ण समर्थन

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, पंजाब द्वारा राज्यभर में चल रहे ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के अंतर्गत आयोजित पदयात्रा का पूर्ण समर्थन किया गया है। यह पदयात्रा पंजाब के माननीय राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया के नेतृत्व में आयोजित की जा रही है, जो प्रदेश में नशे के खिलाफ जनजागरूकता बढ़ाने और सामाजिक आंदोलन खड़ा करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।
एबीवीपी का मानना है कि यह लड़ाई केवल सरकार की नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग की साझा जिम्मेदारी है। पंजाब की धरती वीरता, बलिदान और सामाजिक सेवा की मिसाल रही है आज उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए युवाओं को नशे के दलदल से निकालना हम सबका कर्तव्य है।
एबीवीपी पंजाब के प्रदेश मंत्री श्री मनमीत सोहल ने कहा कि एबीवीपी इस पहल का स्वागत करती है और नशे के विरुद्ध इस युद्ध में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। अब समय आ गया है कि विद्यार्थी, शिक्षक, धार्मिक नेता, और सामाजिक संगठन एकजुट होकर इस आंदोलन का हिस्सा बनें। हम राज्यभर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में जागरूकता अभियान, नुक्कड़ नाटक, हस्ताक्षर अभियान और खेल प्रतियोगिताएं आयोजित कर रहे हैं ताकि युवा पीढ़ी को नशा मुक्त जीवनशैली की ओर प्रेरित किया जा सके। पंजाब का युवा इस युद्ध का योद्धा बने उसका शिकार नहीं।
उन्होंने कहा यह सुखद संकेत है कि सीमापार से फैल रहे नशे के मार्गों को रोकने हेतु गंभीर प्रयास हो रहे हैं। परंतु केवल कानून का डंडा इस सामाजिक बीमारी का इलाज नहीं हो सकता हमें शिक्षा के दीप, खेलों की ऊर्जा, संस्कृति के संस्कार और समुदाय की एकजुटता को भी इस संग्राम में शामिल करना होगा। जब हर घर से आवाज़ उठेगी और हर मन में संकल्प जगेगा, तभी नशे के विरुद्ध यह युद्ध वास्तव में विजयी होगा। एबीवीपी पंजाब ने माननीय राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया के प्रयासों की सराहना करते हुए उनका आभार प्रकट किया है, जिन्होंने नशे के विरुद्ध स्पष्ट, साहसी और सक्रिय भूमिका निभाई है। छात्रों, युवाओं और स्थानीय समुदायों से उनका सीधा संवाद इस मुहिम को नई ऊर्जा और दिशा दे रहा है।
एबीवीपी बीते दस वर्षों से इस लड़ाई में अग्रिम पंक्ति में खड़ी रही है कॉलेजों से लेकर गाँवों तक, नुक्कड़ नाटकों से लेकर खेल आयोजनों तक, हर माध्यम से युवाओं को जागरूक करने का काम लगातार कर रही है। जब हर घर से आवाज़ उठेगी और हर मन में संकल्प जगेगा, तभी नशे के विरुद्ध यह युद्ध वास्तव में विजयी होगा।
