भारत विकास परिषद की बैठक प्रधान व प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अध्यक्षता में जल बचाव के सम्बन्ध में हुई
(TTT) जिसमें उपस्थित सदस्यों ने जल बचाव सम्बन्धी खुद व अन्यों को जागरूक करने की शपथ ग्रहण की। इस अवसर पर प्रधान संजीव अरोड़ा ने कहा कि जिस तेज़ी के साथ धरती के नीचे का साफ सुथरा पानी कम हो रहा है उसे बचाने के लिये अभी से संयुक्त तौर पर प्रयास करने चाहिये क्योंकि ’आज बचायेंगे जल तो ही संवरेगा कल’। श्री अरोड़ा ने कहा कि वाटर हारवैस्टिंग के माध्यम से ही नही बल्कि रोजमर्रा की दिनचर्या में भी जल बचाव संभव है और ऐसा करने में हम प्रतिदिन हज़ारों लीटर पानी की बचत कर सकते हैं जो हमारे भविष्य के लिये लाभकारी होगा। अगर हम जल के प्रति आज गंभीर नही होंगे तो इसमें कोई दो राय नही कि यह हमारा हरा भरा इलाका एक दिन रेगिस्तान में तबदील हो जायेगा। श्री अरोड़ा ने बताया कि परिषद का प्रत्येक सदस्य अपने-अपने इलाके में नुक्कड़ बैठकें करके लोगों को जल बचाने सम्बन्धी जागरूक करेगा।
इस अवसर पर सचिव राजेन्द्र मोदगिल व दविन्द्र अरोड़ा ने लोगों से अपील की कि जल बचाने के लिये अपने घर से शुरूआत करें व उन्होंने कहा कि टैंकी भरने के लिये मोटर उतनी देर ही चलायें जितनी ज़रूरत हो। कई बार देखा गया है कि लोग मोटर चलाकर भूल जाते हैं और सैंकड़ो हज़ारों लीटर पानी व्यर्थ बह जाता है और हमें शेव करते समय व ब्रश करते समय नल खुला नहीं छोड़ना चाहिये व उन्होंने नगर निगम और सरकार से अपील की कि जितनी भी नई इमारतें बन रही हैं भले ही वह कमर्शियल हो या घरेलू उसमें वाटर हारवैस्टिंग सिस्टम लगायें जाने का प्रावधान यकीनी बनाया जाये और इसके लिये सरकारी तौर पर सबसिडी का प्रावधान भी किया जाये तांकि लोग इसे लगवाने से परहेज़ न करें और पानी की पूर्णता बचत की जा सके तांकि भविष्य में आने वाली पीढ़ियों को कोई दिक्कत का सामना न करना पड़े। इस अवसर दविन्दर अरोड़ा, विजय अरोड़ा, टिंकू नरूला, विनोद पसान, तरसेम मोदगिल, दीपक मेंहदीरत्ता, जगदीश अग्रवाल, अमरजीत शर्मा, राजकुमार मलिक, रमेश भाटिया, नील शर्मा, रविन्द्र भाटिया, नवीन कोहली, आदि उपस्थित थे।