कैबिनेट मंत्री जिम्पा और सांसद डॉ. राजकुमार ने पीड़ित परिवारों को सौंपे 44 लाख रुपए की एक्स ग्रेशिया राशि के चैक
हादसे में मारे गए 11 लोगों की याद में गांव जैजों दोआबा के गुरुद्वारा साहिब में आयोजित किया गया समागम
होशियारपुर/दलजीत अजनोहा (TTT) 11 अगस्त को हुए गांव जैजों बाढ़ हादसे में जान गंवाने वाले 11 लोगों की याद में आज बाबा बंदा सिंह बहादुर गुरुद्वारा साहिब जैजों दोआबा में समागम आयोजित किया गया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री पंजाब ब्रम शंकर जिम्पा और सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ संवेदना व्यक्त की। उन्होंने पीड़ित परिवारों को 44 लाख रुपए की एक्स ग्रेशिया राशि के चेक भेंट किए। यह राशि राज्य आपदा राहत कोष (एसडीआरएफ) से मृतकों सुरजीत कुमार, परमजीत कौर, गगन कुमार, स्वरूप चंद, परमजीत कौर, नितिन उर्फ नीतीश कुमार, सुरिंदर कौर, अमानत, भावना, हर्षित व कुलविंदर सिंह के परिजनों को दी गई।
कैबिनेट मंत्री और सांसद ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि यह हादसा अत्यंत दुखद और हृदय विदारक था और हम सभी इस त्रासदी से प्रभावित परिवारों के दर्द को महसूस कर सकते हैं। उन्होंने जिला प्रशासन और नजदीकी गांवों के लोगों द्वारा राहत और बचाव कार्यों में किए गए प्रयासों की भी सराहना की। इस मौके पर पूर्व विधायक ऊना सतपाल सिंह रायजादा, एसडीएम गढ़शंकर शिवराज सिंह बल, तहसीलदार सुखविंदर सिंह, बीडीपीओ बलविंदर सिंह, नंबरदार प्रवीण सोनी, रशपाल सिंह पाली, सरपंच बद्दोवाल लाडी, परमजीत सिंह, रोशन लाल, रेनू बाला, रत्न चंद, बिल्ला जैन, जौली जैन, अमरीक शाह, कुलविंदर सिंह, अश्वनी खन्ना, वामदेव शर्मा, मुराद हुसैन, अमरीक सिंह, सोम नाथ, प्रकाश चंद, दीपक भाटिया, महिंदर पाल, जसवंत कौर के अलावा आस-पास के गांवों के लोग और हिमाचल प्रदेश से भी कई अधिकारी इस समागम में शामिल हुए।
गौरतलब है कि यह हादसा 11 अगस्त को उस समय हुआ जब जैजों चोअ में पानी के तेज बहाव के चलते एक इनोवा गाड़ी बह गई थी। गाड़ी में कुल 12 लोग सवार थे। इस हादसे में उसी दिन 9 लोगों की दुखद मृत्यु हो गई थी और 9 लोगों के शव उसी दिन मिल गए थे। एसडीआरएफ और स्थानीय निवासियों की तत्परता से एक व्यक्ति को सुरक्षित बचा लिया गया था।
हादसे के बाद से ही दो लोग लापता थे, जिनकी खोज के लिए एसडीआरएफ और स्थानीय निवासियों द्वारा बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। अंततः 14 अगस्त को बद्दोवाल खड्ड से दोनों लापता लोगों के शव भी बरामद कर लिए गए थे, जिसके बाद हादसे में मारे गए लोगों की गिनती 11 हो गई थी।