पोलियो जैसी ना-मुराद बीमारी को ख़त्म करना सभी की प्राथमिक जिम्मेदारी: ब्रम शंकर जिम्पा
कैबिनेट मंत्री की ओर से पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत छोटे बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाकर की गई
होशियारपुर, 3 मार्च(TTT):
‘दो बूंद हर बार, पोलियो की जीत है’ के नारे के साथ राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की गई। इस अभियान की शुरुआत कैबिनेट मंत्री पंजाब ब्रम शंकर जिम्पा ने सिविल अस्पताल होशियारपुर में लायंस क्लब के सहयोग से लगाए गए पोलियो बूथ पर नवजात और छोटे बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक पिलाकर की। इस मौके पर डिप्टी डायरेक्टर डॉ. पवन कुमार, सिविल सर्जन डॉ. बलविंदर कुमार डुमाना, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग, सिविल अस्पताल की एसएमओ डॉ. स्वाति शिमार, एसएमओ डॉ. मनमोहन सिंह, डिप्टी मास मीडिया अधिकारी रमनदीप कौर, लायंस क्लब से विजय अरोड़ा और समूह सदस्यों के अलावा अन्य मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित था। इस अवसर पर ए.एन.एम स्कूल की छात्राओं ने स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति जागरूकता लाने के लिए गिद्दा भी प्रस्तुत किया।
स्वास्थ्य विभाग के इस अभियान के बारे में बोलते हुए कैबिनेट में4 जिम्पा जी ने कहा कि हमारा देश पोलियो जैसी खतरनाक व ना-मुराद बीमारी से मुक्त हो गया है, लेकिन हमें अभी भी अपने बच्चों को पोलियो वायरस से बचाने के लिए पोलियो ड्रॉप्स पिलाने की जरूरत है। याद रखें कि पोलियो को दोबारा लौटने का मौका न मिले, इस ना मुराद बीमारी को खत्म करना हम सभी का प्राथमिक कर्तव्य है। अपने बच्चे को पोलियो की यह अतिरिक्त खुराक अवश्य दिलाएं, ताकि आपके बच्चे को पोलियो से पूरी सुरक्षा मिल सके।
जिले में इस अभियान का जायजा लेने के लिए विशेष रूप से जिले में पहुंचे डिप्टी डायरेक्टर डॉ. पवन कुमार ने कहा कि पोलियो अभियान में सभी का पूर्ण सहयोग देश की प्रगति में भागीदार बनने का एक कदम है, आइए हम सब मिलकर इसे बनाएं पोलियो मुक्त भारत बनाए।
जिले के पोलियो अभियान की जानकारी देते डाॅ. बलविंदर कुमार डुमाना ने बताया कि 0 से 5 वर्ष के चिन्हित 133749 बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स पिलाने के लिए अभियान शुरू किया गया है, जिसमें से बूथ गतिविधियों के पहले दिन 21 मोबाइल टीमों ने 797 स्थाई बूथों, 24 ट्रांजिट बूथों पर पोलियो ड्रॉप्स पिलाईं गई।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. सीमा गर्ग ने बताया कि होशियारपुर में चल रहे नेचर फेस्ट में एक विशेष टीम भी तैनात की गई है। पूरे अभियान की निगरानी जिला स्तरीय अधिकारियों, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधियों और तैनात 177 निगरानी अधिकारियों द्वारा की गई है। उन्होंने अपील की कि यदि कोई बच्चा किसी कारणवश बूथ पर जाकर पोलियो ड्रॉप नहीं पी पाता है तो वे 4 व 5 मार्च को घर-घर जाने के लिए गठित टीमों का पूरा सहयोग करें ताकि कोई भी बच्चा ड्रॉप पीने से वंचित न रहे।