केंद्र की मोदी सरकार ‘हिट एण्ड रन‘ नाम से बनाये काले कानून को तुरंत वापस ले: बेगमपुरा टाइगर फोर्स
ट्रक चालक मामूली वेतन पर अपने घर का गुजारा करते हैंः वीरपाल, हैप्पी, राज कुमार बद्धन
होशियारपुर14 जनवरी (बजरंगी पांडे): बेगमपुरा टाइगर फोर्स की एक बैठक निकटवर्ती गांव नारा में फोर्स के राष्ट्रीय चेयरमैन तरसेम दीवाना और राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मपाल साहनेवाल के निर्देशानुसार फोर्स के जिला उप-प्रधान राज कुमार बद्धन नारा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में फोर्स के पंजाब अध्यक्ष वीरपाल ठरोली और जिला अध्यक्ष हैप्पी फतेहगढ़ विशेष तौर पर शामिल हुए। बैठक में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पारित ‘हिट एण्ड रन‘ नामक काला कानून बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पहले भी नोटबंदी, तीन कृषि विधेयक, जी.एस.टी और कई अन्य नामुराद बीमारियों जैसे कई काले कानून बना चुकी है और अब ‘हिट एण्ड रन‘ नामक एक काला कानून पारित किया है, जिससे वाहन चालकों के साथ-साथ आम लोगों को भी बहुत नुकसान और परेशानी होगी। उन्होंने कहा कि ट्रक चालकों और आम लोगों में मोदी सरकार के खिलाफ गुस्सा है। लेकिन मोदी सरकार को आम लोगों को पेश आ रही समस्याओं के बारे में कोई जानकारी नहीं है और ना ही कोई परवाह है। उन्होंने कहा कि ट्रक चालक मामूली वेतन लेकर अपने परिवार का गुजारा करते हैं और अपने परिवार से दूर रहकर लोगों तक जरूरी सामान पहुंचाते हैं। यह बिल्कुल असहनीय है। उन्होंने मोदी सरकार को चेतावनी दी कि वह जल्द से जल्द इस काले कानून को वापस ले। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा आई.पी.सी की धारा 304-ए और अन्य धाराओं में संशोधन कर ‘हिट एण्ड रन‘ के तहत वाहन चालक पर सात लाख रुपये का जुर्माना और 10 साल की की सजा का प्रावधान किया गया है, जो बिल्कुल असहनीय है। उन्होंने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वह जल्द से जल्द इस काले कानून को वापस ले। उन्होने कहा एक तरफ भाजपा की केंद्र सरकार आर.एस.एस. के माध्यम से जहरीला प्रचार करवा कर लोगों में एक दूसरे के खिलाफ नफरत पैदा कर रही है और दूसरी तरफ मजदूर वर्ग पर तरह-तरह के हमले कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के खिलाफ तीन काले कानून पारित किए थे। जिनके खिलाफ एक साल से भी ज्यादा समय के सैकड़ों किसानों और मजदूरों की शहादत बाले संघर्ष नेे अहंकारी मोदी सरकार को झुका कर उन कानूनों को निरस्त करवाया था। इसी तरह मजदूरों द्वारा संघर्षों के माध्यम से प्राप्त कानूनों को निरस्त करके और 4 श्रम संहिता बनाकर मजदूर वर्ग पर बड़ा हमला किया है। केंद्र सरकार मनरेगा को खत्म करने के लिए कई अन्य तरीके भी तलाश रही है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वे अपने ज़ालिम कदमों को वापिस ले। उन्होंने भारत के हर वर्ग के लोगों से आगामी संसदीय चुनावों में भाजपा का पत्ता साफ करने की अपील की। इस अवसर पर औरों के अतिरिक्त मीडिया इंचार्ज चंद्र पाल हैप्पी, सतीश कुमार शेरगढ़, राज कुमार बद्धन शेरगढ़, हरभजन लाल सरोआ, चरनजीत डाडा, राकेश कुमार भट्टी, अमनदीप, मुनीश कुमार, विक्की सिंह पुरहीरा, मंगा शेरगढ़, अमनदीप, गुरप्रीत कुमार, सन्नी सीणा, भिंदा सीणा, दोआबा इंचार्ज जस्सा सिंह नंदन, गोगा मांझी, विजय कुमार सोनू, जसविंदर ज्ञानी, अविनाश सिंह, बिट्टू विरदी पंच शेरगढ़, कमलजीत सिंह, दविंदर कुमार, नरेश कुमार शहरी प्रधान, बाली, रवि सुंदर नगर, गुरप्रीत गोपा, निक्का बस्सी किकरा, भूपिंदर कुमार बद्धन, अवतार डिंपी, कमलजीत डाडा, लाडी शेरगढ़, सोनू छौनी कलां, किशोरी शेरगढ़, रवि हरखोवाल, बिशनपाल ठरोली, नीतीश कुमार सैनी, दर्शन सिंह सिद्धू, साबी डी.जे वाला सहित फोर्स के अन्य पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।