होशियारपुर 11 जुलाई (बजरंगी पांडे): पंजाब रोडवेज़ रिटायर्ड इम्पलाईज़ वैल्फेयर ऐसोसिएशन (रजि.) की मीटिंग अनिल कुमार पूर्व जनरल मैनेजर की अध्यक्षता में बस स्टैंड में हुई। मीटिंग शुरू होने पर इस जत्थेबन्दी के मैंबर स.जीत सिंह सब-इंस्पैक्टर ढड्डे फतेह सि फकीर चन्द हैड मकैनिक के अचानक हुये देहांत पर इस जत्थेबन्दी की ओर से 2 मिन्ट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। प्रधान अनिल कुमार ने साथियों को सम्बोधन करते बताया कि साथी जीत सिंह ढड्डे फतेह सिंह तथा साथी फकीर चन्द दोनों बहुत मेहनती तथा ईमानदार व्यक्ति थे, उनकी कमी कभी पूरी नही हो सकती, उन्होंने जत्थेबन्दी की ओर से अरदास की कि वाहिगुरू उनकी आत्मा को अपने चरणों में स्थान दे।
अनिल कुमार प्रधान, बलविन्दर सिंह गढ़शंकरी जनरल सचिव नंगल, जसवीर सिंह प्रधान ज्ञान सिंह भलेठू जरनल सचिव, गुरबख्श सिंह पूर्व सुपरडैंट, कश्मीर सिंह हरगढ़, दिलबाग सिंह, अवतार सिंह झिंगड़ चेयरमैन, गुरबख्श सिंह मनकोटिया, महिन्दर कुमार, हरजिन्दर सिंह गिल तथा कमलजीत मिन्हास कोषाध्यक्ष ने जत्थेबन्दी को सम्बोधन करते हुये इस सरकार की पुरज़ोर निंदा की कि यह सरकार विरोधियों प्रति इल्ज़ाम लगाकर लोगों को असली मुद्दों से भटका रही है तांकि लोग इस सरकार द्वारा किये गये वायदों को याद न करवा सकें। बदले की नीति अपनाने से हर वर्ग सरकार से दुखी है। प्रवक्ताओं ने बोलते हुये सरकार को चेतावनी दी कि अगर रिटायर्ड कर्मचारियों/मुलाज़मों के डी.ए. के बकाये, बाकी डी.ए. की किश्तें, 6वें तनख्वाह कमिशन को पूरा लागू न करना तथा उसका बकाया देना आदि पूरे न किये तो यह जत्थेबनदी और भी तेज़ संघर्ष शुरू करेगी। जत्थेबन्दी के मैंबरों ने सरकार के विरूद्ध 5 मिन्ट नारेबाज़ी की। यह सरकार पैंशन लागू करना, कच्चे मुलाज़म पक्के करने तथा नये मुलाज़म भर्ती करने का वायदा करके सत्ता में आई थी, इसके साथ ही प्रवक्ताओं ने मांग की कि रिटायर कर्मचारी/मुलाज़मों को मिलटरी के तौर पर कैशलैस स्कीम लागू की जाये तथा पिछले मेडिकल बिलों का भुगतान जल्द किया जाये।
इस मीटिंग में मनमोहन सिंह वालिया, करनैल सिंह, दिलबाग सिंह, गुरमीत सिंह, जोगिन्दर राम,महिन्दर कुमार, हरनाम दास बंबेली, सुरजीत सिंह सैनी, शिवलाल, हरबंस सिंह बैंस, रतन सिंह डी.सी, हरमेश लाल, बलवीर सिंह, दलजीत सिंह, जोध सिंह, हरभजन दास नियाज़ी, जगदीश लाल सुपरडैंट, भगवान दास, हरमेश कुमार, बलवीर सिंह तथा कश्मीर सिंह उपस्थित थे।