चंडीगढ़: डेरा ब्यास प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने पंजाब राजभवन में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की
(TTT) डेरा ब्यास प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने पंजाब राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से चंडीगढ़ स्थित पंजाब राजभवन में औपचारिक मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई, लेकिन इसका उद्देश्य और विशेष विवरण सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।यह मुलाकात राजनीतिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि डेरा ब्यास पंजाब और हरियाणा के प्रमुख धार्मिक संगठनों में से एक है, और इसके प्रभाव क्षेत्र में लाखों अनुयायी हैं। गुरिंदर सिंह ढिल्लों के नेतृत्व में डेरा प्रमुख का प्रभाव बढ़ा है, और उनका राज्य के सामाजिक और राजनीतिक मामलों में भी असर रहता है।गुलाब चंद कटारिया राजस्थान के पूर्व गृह मंत्री और भाजपा नेता हैं, जो हाल ही में पंजाब के राज्यपाल नियुक्त हुए हैं। राज्यपाल के तौर पर उनका कार्यक्षेत्र प्रशासनिक और संवैधानिक मामलों का होता है, और उनकी यह मुलाकात राज्य के समग्र स्थिति और विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच समन्वय बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब पंजाब में साम्प्रदायिक सौहार्द और धार्मिक असंतुलन से
जुड़ी घटनाएं अक्सर सुर्खियों में रहती हैं। डेरा ब्यास प्रमुख की इस मुलाकात से यह संकेत मिलता है कि धार्मिक संगठन और राज्य सरकार के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने की कोशिश हो सकती है। डेरा ब्यास, जो कि ‘सत्संग’ और ‘साधना’ के लिए प्रसिद्ध है, पंजाब और हरियाणा में एक प्रमुख धार्मिक केंद्र के रूप में स्थापित है। इसके अनुयायी लखों में हैं और यह संगठन समाज में विभिन्न प्रकार की सामाजिक सेवाएं भी प्रदान करता है।
हालांकि, डेरा ब्यास के ऊपर विवाद भी उठ चुके हैं, विशेषकर उन घटनाओं को लेकर जो डेरा प्रमुखों के खिलाफ हुए थे। इसके बावजूद, गुरिंदर
सिंह ढिल्लों के नेतृत्व में डेरा ने कई सामाजिक और धार्मिक पहलुओं में खुद को एक सकारात्मक छवि में प्रस्तुत किया है।
राज्यपाल और धार्मिक नेताओं के बीच ऐसी मुलाकातें अक्सर राज्य में शांति, विकास और धार्मिक सद्भाव की दिशा में काम करने की मंशा से होती हैं। इस तरह की बैठकें राज्य के साम्प्रदायिक मुद्दों को हल करने, धार्मिक संगठनों के साथ बेहतर संवाद स्थापित करने और समाज में समरसता लाने के लिए
पंजाब, जो धार्मिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से संवेदनशील राज्य है, में ऐसी मुलाकातें राज्य की सामाजिक स्थिति को समझने और विभिन्न समुदायों के बीच तनाव कम करने की दिशा में अहम मानी जाती हैं।गुरिंदर सिंह ढिल्लों और राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया की मुलाकात का भविष्य में राज्य की राजनीति और धार्मिक परिदृश्य पर गहरा असर पड़ सकता है। फिलहाल, मुलाकात के उद्देश्य और विचार-विमर्श के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है, लेकिन यह बैठक यह संकेत देती है कि पंजाब में धार्मिक नेताओं और राज्य प्रशासन के बीच बेहतर संवाद और समन्वय की आवश्यकता है, ताकि राज्य में शांति और विकास के माहौल को बढ़ावा दिया जा सके।