विधानसभा अध्यक्ष रहे अंतिम सांस्कृतिक संध्या के मुख्यातिथि
बोले…. कार्निवल ने पर्यटन विकास के साथ उभरती प्रतिभाओं को दिलाई नई पहचान
(TTT) धौलाधार की तलहटी में बसे धर्मशाला की शांत वादियों में बीते पांच दिनों से चल रहा उत्सव का शोर कांगड़ा वैली कार्निवल की अंतिम सांस्कृतिक संध्या के साथ आज थम गया। अंतिम सांस्कृतिक संध्या में देश-प्रदेश के नामी कलाकार दर्शकों को आजीवन न भूलने वाली सुनहरी यादें दे गए।
मशहूर पंजाबी गायक सतिंदर सरताज की मखमली आवाज ने कांगड़ा वैली कार्निवल की अंतिम सांस्कृतिक संध्या को सबके लिए यादगार बना दिया। सतिंदर सरताज ने अपने गीतों से जहां माहौल को खुशनुमा किया, वहीं भारत और हिमाचल के भव्य दर्शन कराता ड्रोन शो इस दौरान आकर्षण का केंद्र रहा। अंतिम सांस्कृतिक संध्या में हिमाचल के विख्यात हास्य कलाकार विशाल शर्मा (इनसेन कॉमिक) ने अपने देसी पहाड़ी स्टाइल से सबको खिलखिलाकर हंसने पर मजबूर कर दिया। दिव्यांग कलाकारों का ग्रुप ‘वी आर वन’ द्वारा ‘डांसिंग व्हील्स’ की उम्दा प्रस्तुति दी गई।
कांगड़ा वैली कार्निवल की पांचवीं व अंतिम सांस्कृतिक संध्या में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कार्निवल के भव्य आयोजन के लिए जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कांगड़ा घाटी और यहां की असीम सुंदरता विश्वभर के पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है। कांगड़ा के धार्मिक स्थल, सुंदर वादियां और शांत पहाड़ हर प्रकार के पर्यटक को आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा वैली कार्निवल प्रदेश की उभरती प्रतिभाओं के लिए एक सुंदर अवसर लेकर आया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर से आए सैंकड़ों युवाओं ने यहां अपनी कला और प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इन युवाओं को अपने राज्य में ही इतना बड़ा मंच मिलने से एक नई पहचान मिली।