माननीय सुप्रीम कोर्ट तथा हाई कोर्ट द्वारा मेडिकल दाखिले घोटाले पर रोक लगाना सराहनीय : तीक्ष्ण सूद
कहा : पंजाब सरकार द्वारा मैरिट वाले छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने की जाँच सीबीआई से हो :
होशियारपुर ( 25 सितम्बर)(TTT) पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्षण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में पंजाब सरकार द्वारा एमबीबीएस के दाखिले में किये जाने वाले उच्च स्तरीय घोटाले की माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाने की सराहना करते हुए कहा हैं कि माननीय सुप्रीम कोर्ट द्व्रारा की गई टिप्पणी पंजाब सरकार की कार्यप्रणाली पर केबल सबाल ही नहीं खड़े करती अपितु अतिअंत शर्मनाक भी हैं। उन्होंने कहा हैं कि पुरानी परम्पराओं को तोड़ कर पंजाब सरकार एक बड़ा घोटाला करते हुए मेडिकल कॉलेजो में एमबीबीएस के दाखिले के लिए पहले अप्रवासी भारतीयों की सीटों पर कोटा बढ़ाया तथा उसके साथ ही उन सीटों पर अप्रवासियों के बच्चों के साथ-साथ उन के रिश्तेदारों को भी उन सीटों पर दाखिले की इजाजित दे दी। यह सर्वविदित हैं कि इस फैसले से मैडिकल कॉलेजों के मालिकों को भारी-भरकम लाभ होना हैं व ऐसा फैसला उन्हों ने सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करके करवा लिया हैं। यह फैसला अपने-आप में एक बड़ा घोटाला तो था ही परन्तु जो छात्र नीट के पेपरों में ऊंची मैरिट हासिल कर रहे थे उन के लिए भारी नमोशी वाला भी था। श्री सूद ने कहा कि पहले माननीय पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट ने इस फैसले को असवैधानिक करार दे कर रद्द किया तथा अब माननीय सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के फैसले पर मोहर ही नहीं लगाई परन्तु सख्त टिप्पणियों के जरिए पंजाब सरकार को प्रताड़ित भी किया है। श्री सूद ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा उच्च मैरिट वाले छात्रों के दाखिले से खिलवाड़ करना अति निंदनीय हैं। इस सारे मामले की जांच सीबीआई से करवाई जानी चाहिए।