मच्छरों से हो सकती हैं कई गंभीर बीमारियाँ: डॉ. मनप्रीत सिंह बैंस
होशियारपुर 12.09.24 (सी एच सी हारटा बड़ला )(TTT) सिविल सर्जन होशियारपुर डॉ. पवन कुमार शगोत्रा के निर्देशानुसार सीनियर मैडिकल अफ़सर सीएचसी हारटा बड़ला डॉ. मनप्रीत सिंह बैंस के नेतृत्व में आज मलेरिया की रोकथाम के लिए गांव बिलासपुर में, ब्रीडर चेकर्स की दो टीमों ने 165 घरों का सर्वेक्षण किया और 1156 कंटेनरों की जाँच की। इस अवसर पर लोगों को मलेरिया मच्छरों से बचाव एवं रोकथाम के प्रति जागरूक किया गया।
इस मौके पर डॉ. मनप्रीत सिंह बैंस ने कहा कि मच्छर कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। मलेरिया भी इन्हीं गंभीर बीमारियों में से एक है जिसके गंभीर मामलों में मौत भी हो सकती है। गर्मी और बरसात के मौसम में मलेरिया बुखार बहुत तेजी से फैलता है। मलेरिया एक प्रकार का तीव्र बुखार है जो एनाफिलिस मच्छर के काटने से फैलता है। यह रात में काटता है। मच्छर रुके हुए पानी में पनपते हैं, जैसे नालियों, तालाबों, पोखरों आदि में जमा पानी। इसलिए अपने आस-पास की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें।
उन्होंने कहा कि मच्छरों से अपना बचाव करें। मच्छरों से बचने के लिए शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें। रात को सोते समय मच्छरदानी, मच्छर भगाने वाली क्रीम और तेल आदि का प्रयोग करें। अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने दें।
लक्षणों के बारे में उन्होंने कहा कि मलेरिया के सबसे आम शुरुआती लक्षणों में बुखार, सिरदर्द और ठंड लगना शामिल हैं। लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर द्वारा काटे जाने के 10-15 दिनों के भीतर शुरू होते हैं। अगर किसी को ठंड और ठंड के साथ तेज बुखार और सिरदर्द हो, बुखार उतरने के बाद थकान और कमजोरी हो और शरीर से पसीना आए तो यह मलेरिया बुखार हो सकता है। तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपने खून की जांच कराएं और डॉक्टर से सलाह लें, अपनी मर्जी से कोई दवा न लें। इस मौके पर ब्लॉक एक्सटेंशन एजुकेटर अमनदीप सिंह, सीएचओ डॉ. नवप्रीत कौर, मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर गुरमेल सिंह, विक्रम लखनपाल, एलएचवी बलजिंदर कौर, एएनएम शमिंदर कौर और ब्रीडर चेकर मौजूद थे।