राज्य के सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए उठाए जाएंगे उचित कदम
होशियारपुर, 20 अगस्त:(TTT) स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों के खिलाफ़ हिंसा की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर पंजाब सरकार ने डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसी दिशा में मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार डॉ बलबीर सिंह की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सांसद डॉ राजकुमार चब्बेवाल विधायक डॉक्टर सुखविंदर कुमार सुक्खी, बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के उप कुलपति राजीव सूद, सचिव स्वास्थ्य विभाग कुमार राहुल, वरिंदर कुमार शर्मा आईजीपीसी मुख्यालय,डॉ सुखचैन सिंह गिल, डॉ. पंकज शिव और अन्य वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों, चिकित्सा पेशेवरों और विभिन्न स्वास्थ्य सेवा संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।बैठक का मुख्य उद्देश्य पंजाब के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में डॉक्टरों के खिलाफ़ हो रही हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपायों की पहचान करना और उन्हें लागू करना था। सांसद चब्बेवाल ने कहा कि डॉक्टर हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रीढ़ हैं। उनकी सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वे डॉक्टरों को हिंसा से बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और संसद में भी इस मुद्दे को पुरज़ोर तरीके से उठाएंगे।
सांसद चब्बेवाल ने डॉक्टरों के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण बनाने की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यह सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए कि डॉक्टर बिना किसी डर के अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें।उन्होंने कहा कि कोलकाता में जूनियर महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या ने सभी को हिला कर रख दिया है।उन्होंने बताया कि राज्य में अस्पतालों में सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी की संख्या बढ़ाने, सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने, सुरक्षा गार्डों की तैनाती और पैनिक बटन जैसी सुविधाएं शामिल हैं।बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न को रोकने के लिए कानूनों और नियमों को और अधिक सख्त बनाया जाएगा। अपराधियों के लिए कठोर दंड का प्रावधान भी किया जाएगा ताकि इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस अधिकारियों के बीच कोऑर्डिनेशन बढ़ाने के उपाय भी चर्चा में आए। इससे हिंसक घटनाओं पर समय पर प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सकेगी।सांसद चब्बेवाल ने स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए इस तरह की पहल को आवश्यक बताया और कहा कि यह केवल डॉक्टरों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब सरकार ने इस दिशा में ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया है और आने वाले समय में डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए और भी प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।बैठक के अंत में सांसद चब्बेवाल ने स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि वे इस महत्वपूर्ण मुद्दे को संसद में पूरी ताकत के साथ उठाएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि डॉक्टरों को सुरक्षित और स्वस्थ कार्य वातावरण मिल सके।