धर्मशाला जिला कारागार में नशा कारोबार से जुड़े बंदियों की बढ़ती संख्या चिंताजनक
(TTT) धर्मशाला स्थित लाला लाजपत राय जिला एवं मुक्त सुधार गृह में नशे के मामलों में संलिप्त बंदियों की संख्या चिंताजनक रूप से अधिक है। कुल 400 बंदियों में से 22 बंदी एनडीपीएस एक्ट के तहत सजा काट रहे हैं, जबकि 103 बंदी अभी भी इसी एक्ट के तहत अंडर ट्रायल हैं। इनमें से अधिकतर चिट्टा और चरस के मामलों में पकड़े गए हैं। जेल प्रशासन द्वारा 13 अगस्त तक उपलब्ध करवाए गए आंकड़ों के अनुसार, 157 बंदियों को सजा हो चुकी है, जिनमें से 70 को उम्रकैद और 46 को पोक्सो मामलों में सजा हुई है। अंडर ट्रायल बंदियों की संख्या 239 है, जिसमें भी बड़ी संख्या में नशे से जुड़े मामले शामिल हैं।
जेल सुपरीटेंडेंट विकास भटनागर के अनुसार, पुरुष बंदियों में एनडीपीएस एक्ट के तहत बंदियों की संख्या सबसे अधिक है, जबकि महिला बंदियों में भी 50 फीसदी एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार की गई हैं। यह आंकड़े जिले में बढ़ते नशा कारोबार के गंभीर हालात को दर्शाते हैं।