मोहम्मद रफी को उनकी 44वीं बरसी पर किया याद
कैबिनेट मंत्री जिम्पा ने मुख्य मेहमान के तौर पर की शिरकत
होशियारपुर, 1 अगस्त:(TTT)होशियारपुर आज यहां बहुरंग कलामंच होशियारपुर की ओर से वॉइस आफ इंडिया मोहम्मद रफी जी की 44वीं बरसी के अवसर पर शहर की अलग-अलग शख्सियतों को साथ लेकर एक म्यूज़िकल ईवनिंग का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य मेहमान कैबिनेट मन्त्री ब्रमशंकर जिम्पा थे जबकि विशेष मेहमान के तौर पर लैफ्टिनैंट जनरल जे.एस.ढिल्लों, डॉ.एम जमील बाली, हरजीत सिंह मठारू, एडवोकेट एस.पी.राणा तथा ऐली रमेश कुमार डिस्ट्रिक गर्वनर ने शिरकत की। इस प्रोग्राम का संचालन रंगकर्मी तथा निर्देशक बहुरंग कलामंच होशियारपुर ने किया।
प्रोग्राम के शुरू में मोहम्मद रफी को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद कैबिनेट मन्त्री ब्रमशंकर जिम्पा जी के साथ प्रो. हरजिन्दर अमन, नील कमल, डॉ.एम.जमील बाली, एडवोकेट एस.पी.राणा, डॉ.हरजिन्दर सिंह ओबराय तथा अशोक पुरी ने शमा रोशन की। इस उपरांत संगीत के विद्यार्थी अजय राम, जसविन्द्र सिंह तथा एमनपॉल की पेशकारी के साथ होशियारपुर के करोके गायन के एडवोकेट प्रीत डडवाल, प्रो. सुखविन्दर सिंह तथा हरीश ऐरी ने रफी जी के गीत गाए। इस अवसर पर मंच संचालक अशोक पुरी ने बताया कि मोहम्मद रफी जी की आवाज़ भारत के संगीत जगत की नुमाईंदगी करती है। उन्होंने अपनी छोटे से जीवन काल में 29 हज़ार गीत गाकर एक रिकार्ड कायम किया।
इस अवसर पर संगीत जगत में अब होशियारपुर का नाम रोशन करने वाले बलराज सिंह, नील कमल, कुमार विनोद तथा प्रो.हरजिन्दर अमन ने प्रोग्राम को रफीनुमा बना दिया। इस अवसर पर मुख्य मेहमान कैबिनेट मन्त्री ब्रमशंकर जिम्पा ने चंडीगढ़ के अपने रूझानों में से समय निकालते हुए होशियारपुर के साथ अपनी प्रतिबद्धता, स्नेह तथा प्यार का सबूत देते हुए बताया कि होशियारपुर के कलाकारों ने विश्व में अपने विशेष स्थान बनाया है। उन्होेंने बताया कि बहुरंग कलामंच पिछले 35 वर्षों से इलाके की सभी समस्याओं को सामने रखते हुए तथा साहित्य तथा सभ्याचार की भूख को पुरा करते हुये कर्मशील है। जिनकी वो प्रशंसा करते हैं। इन बेधड़क कलाकारों को जहां लोग प्यार करते हैं, वहीं उद्योगपतियों तथा सरकारों को उनको सरपरस्ती करनी चाहिए।
दोआबे की धरती देशों तथा विदेशों में जहां अपना नाम रोशन कर रही है,वहीं होशियारपुर के प्रवासी गायक प्रभजोत चोहान तथा हरविन्दर राय ने मोहम्मद रफी के गीत गाकर तथा अपनी धरती को याद करते हुए हाज़री लगवाई। इस अवसर पर एडवोकेट रघूवीर सिंह टेरकियाना ने अपनी हाज़री में कहा कि-
’’रफी जी याद में इक्ट्ठे हुए ओ मेरे वीर
तुहाडे विच्च ही शामल है टेरकियाना रघुवीर
ब्रमशंकर जिम्पा जी ने मारिया एैन टिकाने तीर
पहली वारी बना दित्ता अगलियां ने वज़ीर
कहना चाहूंदा हां इक गल्ल मैं रह न जाये अधूरी
कि बहु-रंग कलामंच चला रिहा है अशोक पुरी’’
इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए ए.एस.टाटरा, रोटेरियन अवतार सिंह, असिस्टैंट प्रो. जसपाल सिंह, वरूण शर्मा, डॉ.नरिन्द्र सिंह, मैडम सतीश सिल्ली उप्पल के नाम को छोड़कर रिपोर्ट अधूरी रहेगी। इस अवसर पर मुख्य मेहमान के साथ लैफ्टिनैंट जनरल जे.एस.ढिल्लों, हरजीत सिंह मठारू, डॉ.एम जमील बाली, एडवोकेट एस.पी.राणा तथा ऐली रमेश कुमार, अवतार सिंह तथा गायक बलराज, नील कमल, कुमार विनोद, हरजिन्दर अमन, प्रभजोत चोहान तथा हरविन्द्र राये को सम्मानित किया गया। बहुरंग कलामंच के सरपरस्त डॉ.हरजिन्दर सिंह ओबराये, निर्देशक अशोक पुरी तथा अन्य बुद्धिजीवियों ने मुख्य मेहमान कैबिनेट मन्त्री ब्रहमशंकर जिम्पा को एक दौशाला तथा सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया।
—
फोटोः मोहम्मद रफी जी की 44वीं बरसी पर एक संगीतक शाम में मुख्य मेहमान ब्रमशंकर जिम्पा तथा अन्य।