नगर निगमों ,नगर परिषदों व पंचायती राज संस्थायों के चुनाव न करवा कर संविधान तथा लोकतंत्र का गला घोंट रही है पंजाब सरकार : तीक्ष्ण सूद
कहा : संविधान हाथों में पकड़ने वाले तथा इलेक्टेड वनाम सिलेक्टेड की बात करने वाले पहले अपने गिरेबान में झांके :
होशियारपुर (30जुलाई)(TTT) पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्षण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा हैं कि आम आदमी पार्टी के लोग कभी संविधान तथा कभी लोकतंत्र की बात करते हुए लोकसभा के सत्र में हाथों में संविधान की किताब उठाए फिरते हुए तो कभी पंजाब के मुख्यमंत्री बात-बात पर इलेक्टेड वनाम सिलेक्टेड की बात करते हैं। उनकी हालत मुँह में राम-राम बगल में छुरी वाले ढोंगी बंगले जैसी हैं। दुसरो को लोकतंत्र तथा संविधान मानने की नसीहत देने से पहले इन्हे अपने गिरेवान में झांकना चाहिए। अगर बात करें नगर निगम, नगर परिषद तथा पंचायती राज चुनावों के बारे में यह बात छुपी नहीं हैं कि पंजाब की प्रमुख बड़े नगर निगमों अमृतसर, लुधियाना, जालंधर व पटियाला द्वारा नगर निगमों की मियाद मार्च 2023 को खत्म हो चुकी हैं तथा वहां पर जन प्रीतनिधि नहीं परन्तु सरकार द्वारा थोपें गए प्रशासक ही काम चला रहें हैं। जिससे नगर निगमों व नगर परिषदों की कारगुजारी बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। इस बात की वगैर चिन्ता कीये भगवंत मान सरकार पिछले 16 महीने से केवल राजनीतीक कारणों के चलते इन के चुनाव टाल कर शहरी स्थानीय सरकारों की सभी शक्तियां अपने हाथों में केंद्रित किये हुए हैं. उन्होंने कहा कि जालंधर लोकसभा उपचुनाव तथा हाल ही में हुए सामान्य लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी की जो शहरों में दुर्गति हुई हैं उसे देख कर आम आदमी पार्टी शहरी निकायों में चुनाव करवाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहीं। श्री सूद ने कहा पंचायत, ब्लॉक समिति तथा जिला परिषद यानी पंचायती राज संस्थाओं का हैं। जहां पिछले एक साल से भी ऊपर से चुनाव टाले जा रहें हैं तथा प्रत्यक्ष तौर पर संविधान व लोकतंत्र का गला घोट कर लोगों को अपने अधिकारों से वंचित रखा जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों के चुनाव आगे डालने के कारण पंजाब सरकार तथा आम आदमी पार्टी की लोकतंत्र तथा संविधान विरोधी पोल खुल चुकी हैं। जिसका जबाब पंजाब की जनता आगामी चुनावों में देंगी।