हरियाणा विधान सभा चुनावों के लाभ उठाने के लिए भगवंत मान ने पंजाब के हक्को को दाव पर लगाया : तीक्ष्ण सूद
कहा : अगर कोर्ट का ही फैसला मंजूर कहना था तो पिछले ढाई साल से एसवाईएल के मुद्दे पर राजनीति की ड्रामेबाजी क्यों ?
होशियारपुर (18 जुलाई) पूर्व कैबिनेट व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में भगवंत मान की आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं के साथ की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस जिसमें हरियाणा विधान सभा चुनाव प्रचार को लांच किया हैं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा हैं कि मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा आम आदमी पार्टी का पंजाब के मुद्दों पर कोई अपना स्टैंड नहीं है। यह सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं। जब पंजाब में आप की सरकार नहीं थी तो दिल्ली के प्रदूषण के लिए पंजाब को दोषी ठहराते थे फिर जब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बन गई हैं तो हरियाणा को दोषी ठहराना शरू कर दिया , जबकि राष्टीय ग्रीन ट्रिब्यून ने यह फैसला दिया हैं कि दिल्ली स्वंय प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं। यही हाल एसवाईएल के मुद्दे का हैं , सभी को पता हैं कि सुप्रीम कोर्ट तक पंजाब सरकार कांग्रेस सरकारों की मेहरबानीओं से एसवाईएल का केस हार चुकी हैं। उसके बाबजूद भी अकाली-भाजपा सरकार ने पूरी कोशिश की कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से किसी तरह छुटकारा पाया जा सके , क्योंकि पंजाब का पानी किसी और राज्यों को देना पंजाब की तबाही की इबारत लिखने के समान हैं। आम आदमी पार्टी तथा भगवंत मान हमेशा ही एसवाईएल तथा वाईएसएल की बात करते रहे हैं तथा हरियाणा को पानी देने की बात को नकारते रहें हैं तथा इस पर जम कर राजनीति कर चुके हैं । बार-बार कह चुके हैं कि वह एक बूंद भी पानी हरियाणा को नहीं जाने देंगे , परन्तु अब हरियाणा चुनावों को शुरू करने से पूर्व पंजाब के इस जायज हक्क को छोड़ कर यह कहना कि मामला अदालत में हैं , इस लिए मैं अधिक नहीं बोलूगा , बहुत ही दुर्भग्यपूर्ण हैं तथा , आम आदमी पार्टी तथा भगवंत मान की पंजाब विरोधी मानसिकता को दर्शाता हैं। श्री सूद ने कहा कि हरियाणा में चुनाव जितने के लिए भगवंत मान द्वारा पंजाब के हक्कों को दाव पर लगाने के लिए पंजाब की जनता उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगी। इससे आम आदमी पार्टी का दोहरा चेहरा भी नंगा हो गया हैं तथा यह सावित हो गया हैं कि आम आदमी पार्टी कुर्सी के लिए किस हद तक नीचे गिर सकती है।